अब नशीली दवा की बिक्री पर एप के माध्यम से रखी जाएगी नजर
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने रविवार को हरियाणा को नशा मुक्त बनाने के लिए स्टेट एक्शन प्लान जारी किया। करनाल के मधुबन में आयोजित इस कार्यक्रम में उपायुक्त डा. जयकृष्ण आभीर व पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण स्थानीय पुलिस लाइन से वीडियो कान्फ्रेंसिग के जरिये जुड़े। पुलिस लाइन में उपस्थित जनों को राज्य को नशा मुक्त बनाने की शपथ भी दिलाई।
जागरण संवाददाता, नारनौल: मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने रविवार को हरियाणा को नशा मुक्त बनाने के लिए स्टेट एक्शन प्लान जारी किया। करनाल के मधुबन में आयोजित इस कार्यक्रम में उपायुक्त डा. जयकृष्ण आभीर व पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण स्थानीय पुलिस लाइन से वीडियो कान्फ्रेंसिग के जरिये जुड़े। पुलिस लाइन में उपस्थित जनों को राज्य को नशा मुक्त बनाने की शपथ भी दिलाई।
कार्यक्रम के बाद उपायुक्त ने कहा कि युवाओं को अपनी उर्जा व समय खेलों की तरफ लगाना चाहिए। इससे न केवल उनका भविष्य सुधरेगा बल्कि वे देश व समाज के विकास में भी अपना योगदान दे पाएंगे। खेल युवाओं को मेडल के साथ-साथ पुरस्कार और सरकारी नौकरी प्राप्त करने में भी अहम साबित हो सकते हैं। नशे से व्यक्ति अपनी पूरी जिदगी खराब कर लेता है और परिवार को भी बर्बाद कर देता है। ऐसे में नशे से बचने के लिए खेलों में लगना बेहद अच्छा है।
नशा मुक्त हरियाणा को लेकर रविवार को जारी किया गया स्टेट प्लान काफी अहम साबित होगा। प्लान के अनुसार गांव व वार्ड स्तर से लेकर उपमंडल, जिला व प्रदेश स्तर तक टीमों का गठन होगा। इन टीमों में सरकारी अधिकारियों के साथ लोगों व सामाजिक संगठनों को भी शामिल किया जाएगा। ये टीमें न केवल अपने क्षेत्र में नशा करने वाले लोगों की पहचान करेंगी बल्कि नशे की सप्लाई करने वालों की जानकारी भी देंगी। इसके अलावा गलती से नशे की लत में पड़े लोगों की सहायता भी की जाएगी ताकि वे दोबारा से सामान्य जीवन जी सकें।
डीसी ने कहा कि प्लान के अनुसार अब नशीली दवा की बिक्री पर भी नजर रखी जाएगी। एप के माध्यम से दवा के उत्पादन से लेकर बिक्री तक ट्रैकिग रहेगी। सुनिश्चित किया जाएगा कि दवा का उपयोग केवल इलाज के लिए हो। पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने बताया कि रविवार को जारी स्टेट एक्शन प्लान में पुलिस का सबसे अहम रोल होगा। प्लान में 18 संबंधित विभागों को शामिल किया गया है। पहले यह कार्य पुलिस को ही करना होता था। नशा से ग्रसित लोगों को नशामुक्ति करवाकर मुख्यधारा में लाने का प्रयास किया जाएगा। जिले में पुलिस द्वारा नशे को लेकर पिछले दो महीने में ही 13 मामले दर्ज कर 18 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया और करीब 41 किलोग्राम नशीला पदार्थ जब्त किया गया। नशे की सप्लाई करने वालों पर पुलिस की कड़ी नजर है। स्टेट एक्शन प्लान से नशे के कारोबार को जड़ मूल से खत्म करने में मदद मिलेगी।