भवन निर्माण कामगार यूनियन ने सौंपा मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन
भवन निर्माण कामगार यूनियन से संबंधित भवन मजदूरों ने अपनी विभिन्न मांगों व समस्याओं को लेकर प्रदेशव्यापी विरोध दिवस के तहत कस्बे में प्रदर्शन किया व सरपंच व नायब तहसीलदार के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से जिला संयोजक राजवीर गोठवाल व खंड प्रधान पुरुषोत्तम गोठवाल ने बताया कि सरकार ने कोरोना महामारी में मजदूरों को ऑनलाइन के चक्कर में डालकर उन्हें उलझाने का कार्य किया है।
संवाद सहयोगी, सतनाली : भवन निर्माण कामगार यूनियन से संबंधित भवन मजदूरों ने अपनी विभिन्न मांगों व समस्याओं को लेकर प्रदेशव्यापी विरोध दिवस के तहत कस्बे में प्रदर्शन किया व सरपंच व नायब तहसीलदार के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन के माध्यम से जिला संयोजक राजवीर गोठवाल व खंड प्रधान पुरुषोत्तम गोठवाल ने बताया कि सरकार ने कोरोना महामारी में मजदूरों को ऑनलाइन के चक्कर में डालकर उन्हें उलझाने का कार्य किया है। सरकार का दावा था कि 10 लाख निर्माण मजदूर कल्याण बोर्ड में पंजीकृत हो चुके हैं, मगर अभी तक करीब 30 प्रतिशत निर्माण मजदूरों की ही कोरोना महामारी में आर्थिक सहायता की गई है। ऐसे में अब 90 दिन की वेरिफिकेशन के लिए मजदूर दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। जिसके चलते उनके सुविधाओं के आवेदनों को रिजेक्ट किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि निर्माण मजदूरों के सुविधा आवेदन अप्लाई किए हुए 2 साल से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी उनको सुविधा राशि नहीं मिल पाई है। वहीं बेवजह की आपत्ति लगाकर मजदूरों को परेशान किया जा रहा है। इसके विरोध में यूनियन के आह्वान पर सभी गांव और शहरों के मोहल्लों में विरोध दिवस मनाया जा रहा है तथा प्रशासन को ज्ञापन सौंपे गए हैं। उन्होंने मांग की कि निर्माण मजदूरों को एकमुश्त 7500 रुपये प्रतिमाह अगले तीन महीने तक दिया जाए। आधार कार्ड व ऑनलाइन की अनिवार्यता को समाप्त किया जाए। सभी निर्माण मजदूरों को राशन डिपो से राशन उपलब्ध करवाया जाए। प्रवासी मजदूरों को घर तक मुफ्त में पहुंचाने का प्रबंध किया जाए। बकाया पड़ी सुविधा फार्मो की राशि बिना किसी शर्त तुरंत भुगतान किया जाए। इस अवसर पर सचिव विद्यानंद, सुरेश बिवाल, कर्मबीर व राजकुमार फौजी सहित अनेक यूनियन सदस्य उपस्थित थे।