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14 माह से पीएचसी में एंबुलेंस नहीं, तिमारदार परेशान

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सुविधाओं की कमी के चलते खुद बीमार है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आने वाले मरीजों को उपचार के नाम पर हाथ में दवाएं थमा दी जाती है तथा यदि गंभीर स्थिति में कोई मरीज पीएचसी में पहुंचता है तो उसे रेफर कर दिया जाता है। सड़क हादसे या आपात स्थिति में घायलों व मरीजों को तत्काल उपचार की सुविधा मिलनी चाहिए परंतु स्वास्थ्य केंद्र में एंबुलेंस ही नहीं है जिस कारण रेफर किए गए मरीज को हायर सेंटर पहुंचने के लिए जान का जोखिम भी उठाना पड़ता है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 18 May 2019 04:21 PM (IST)Updated: Sat, 18 May 2019 04:21 PM (IST)
14 माह से पीएचसी में एंबुलेंस नहीं, तिमारदार परेशान
14 माह से पीएचसी में एंबुलेंस नहीं, तिमारदार परेशान

संवाद सहयोगी, सतनाली :

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प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सुविधाओं की कमी के चलते खुद बीमार है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आने वाले मरीजों को उपचार के नाम पर हाथ में दवाएं थमा दी जाती हैं तथा यदि गंभीर स्थिति में कोई मरीज पीएचसी में पहुंचता है तो उसे रेफर कर दिया जाता है। सड़क हादसे या आपात स्थिति में घायलों व मरीजों को तत्काल उपचार की सुविधा मिलनी चाहिए परंतु स्वास्थ्य केंद्र में एंबुलेंस ही नहीं है जिस कारण रेफर किए गए मरीज को हायर सेंटर पहुंचने के लिए जान का जोखिम भी उठाना पड़ता है।

पीएचसी में करीब 14 माह से एंबुलेंस सेवा नहीं है। क्षेत्रवासी निरंतर इसकी मांग करते आ रहे हैं, परंतु कोई समाधान नहीं निकला। पीएचसी में एंबुलेंस न होने का खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है तथा आपात स्थिति में उन्हें निजी वाहनों में हायर सेंटर ले जाना पड़ता है। ऐसे में एंबुलेंस के अभाव में अनेक बार आपात स्थिति में मरीजों की जान भी चली जाती है। महेंद्रगढ़ से सतनाली की दूरी करीब 25 किलोमीटर है तथा एंबुलेंस पहुंचने में करीब आधे घंटे का समय लगता है। क्षेत्रवासियों ने गत वर्ष 4 मार्च 2018 को शिक्षामंत्री रामबिलास शर्मा के समक्ष इस समस्या को उठाते हुए पीएचसी में एंबुलेंस उपलब्ध करवाने की मांग की थी। इस पर उसी समय शिक्षामंत्री ने स्वास्थ्य मंत्री से फोन पर संपर्क कर सतनाली में एंबुलेंस न होने के बारे अवगत करवाया। स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश पर इसी दिन पीएचसी में एंबुलेंस पहुंच गई, परंतु एक माह बाद ही विभाग ने एंबुलेंस को वापस बुला लिया। ऐसे में शिक्षामंत्री व स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश भी पीएचसी को एंबुलेंस सुविधा उपलब्ध नहीं करवा पाए।

क्षेत्र के लोगों दिवान सिंह शेखावत, एडवोकेट पवन शेखावत, सतीश अग्रवाल, जयप्रकाश गुप्ता, सवाई सिंह राठौड़ आदि ने बताया कि सतनाली पीएचसी में काफी वर्ष पहले एक स्थाई एंबुलेंस होती थी जो कंडम हो गई। इसके बाद पिछले काफी वर्ष से सतनाली में स्थाई एंबुलेंस नहीं है। यहां कभी कभार विभाग द्वारा क्षेत्रवासियों की मांग पर एंबुलेंस भेज दी जाती है परंतु मात्र कुछ दिनों बाद ही उसे वापस महेंद्रगढ़ या नारनौल बुला लिया जाता है। ऐसे में सड़क हादसों में घायलों, गर्भवती महिलाओं, गंभीर रूप से बीमार मरीजों को रेफर करने की स्थिति में भारी परेशानी उठानी पड़ती है।

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पक्ष :

सतनाली में स्थाई एंबुलेंस तैनात नहीं है। आपात स्थिति व सड़क हादसों की स्थिति में महेंद्रगढ़ या अन्य स्वास्थ्य केंद्रों से ऑन कॉल एंबुलेंस बुलाई जाती है। इस बारे में उच्चाधिकारियों को भी अवगत करवाया गया है।

- डॉ. मनीष यादव, पीएचसी प्रभारी, सतनाली।

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