मारकंडा नदी में आए उफान से चिता बढ़ी
गांव झांसा के निकट मारकंडा नदी में उफान पर चलने के कारण किसानों व डेरावासियों में भय की स्थिति बनी हुई है। मंगलवार को मारकंडा नदी में 6800 क्यूसिक के करीब पानी चल रहा है। पानी तटबंधों को छू रहा है।
संवाद सूत्र, झांसा : गांव झांसा के निकट मारकंडा नदी में उफान पर चलने के कारण किसानों व डेरावासियों में भय की स्थिति बनी हुई है। मंगलवार को मारकंडा नदी में 6800 क्यूसिक के करीब पानी चल रहा है। पानी तटबंधों को छू रहा है। इस समय धान की फसल पककर तैयार है और ऐसे समय में नदी उफान पर चलने से किसानों की सांसें फूली हुई हैं। किसान वीरेंद्र शर्मा, बलदेव शर्मा, अनिल, दीपचंद, राजू ने बताया कि इस समय धान की फसल तैयार है। मौसम खराब होने के कारण पहले ही किसानों की चिता बढ़ी हुई है। मारकंडा नदी अपने उफान पर चलने के कारण कमजोर तटबंधों को छू रहा है। पानी खेतों में घुसता है तो किसानों को काफी आर्थिक नुकसान हो सकता है। नहरी विभाग के एसडीओ विनोद तंवर ने कहा कि मारकंडा नदी में पानी खतरे के निशान से नीचे चल रहा है। फिर भी विभाग के अधिकारी जल स्तर व कमजोर तटबंधों पर नजर बनाए हुए है। किसानों व डेरावासियों को घबराने की जरुरत नहीं है।