डीआरडीओ कर रहा है मल्टीपर्पज व्हीकल तैयार करने पर कार्य : वीवी राव
अग्नि-तीन के प्रोजेक्ट निदेशक वीवी राव ने कहा कि भारतीय वैज्ञानिक लगातार कार्य कर रहे हैं। इसी का नतीजा है कि रक्षा और अन्य क्षेत्रों में कार्य जारी है। उन्होंने बताया कि आज रक्षा के क्षेत्र में भारत कहीं आगे है। उन्होंने बताया कि अब तक ऐसे व्हीकल ही बनाए गए थे जो एक बार में प्रोडेक्ट लेकर जाते थे, लेकिन पिछले वर्षों में भारत की ओर से स्पेस में ऐसा व्हीकल भेजा गया जिसने एक समय में एक नहीं, बल्कि दो उपग्रह कक्षा में स्थापित किए।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र: अग्नि-तीन के प्रोजेक्ट निदेशक वीवी राव ने कहा कि भारतीय वैज्ञानिक लगातार कार्य कर रहे हैं। इसी का नतीजा है कि रक्षा और अन्य क्षेत्रों में कार्य जारी है। उन्होंने बताया कि आज रक्षा के क्षेत्र में भारत कहीं आगे है। उन्होंने बताया कि अब तक ऐसे व्हीकल ही बनाए गए थे जो एक बार में प्रोडेक्ट लेकर जाते थे, लेकिन पिछले वर्षों में भारत की ओर से स्पेस में ऐसा व्हीकल भेजा गया जिसने एक समय में एक नहीं, बल्कि दो उपग्रह कक्षा में स्थापित किए। जब पहला उपग्रह कक्षा में स्थापित हुआ उस समय वह व्हीकल इंधन की बचत के लिए बंद भी किया गया। इसी तरह से भारतीय सेना को सुविधा प्रदान करने के लिए कार्य किया जा रहा है। जिसमें व्हीकल वार हेड को यूज करने के बाद व्हीकल को दोबारा प्रयोग किया जा सके।
वीवी राव राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान में आयोजित संगोष्ठी के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने बताया कि अब इलेक्ट्रोनिक मैकेनिकल सिस्टम पर कार्य किया जा रहा है। जिससे की किसी प्रकार के आप्रेशन के फेल होने के चांस न के बराबर रह जाते हैं। इसके अलावा अब तक रक्षा के क्षेत्र में बनाई गई मिसाइलों की स्टोरेज में बड़ी परेशानियां रही हैं। इस क्षेत्र की ओर भी डीआरडीओ की ओर से कार्य किया जा रहा है। जिसके बाद स्टोर सिस्टम को सुधारा जाएगा। पुलवामा हमले के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि वे इस मामले में कुछ नहीं बोल सकते।