श्रम कानूनों में मजदूर विरोधी बदलावों को लेकर निकाला महिला मार्च
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर जन संघर्ष मंच हरियाणा की ओर से महिलाओं पर बढ़ती यौन हिसा गैर बराबरी सांप्रदायिकता फासीवादी हमलों भेदभावपूर्ण धर्म आधारित सीएए एनआरसी एनपीआर श्रम कानूनों में मजदूर विरोधी बदलावों हरियाणा सरकार की नई शराब नीति व नशाखोरी के खिलाफ महिला मार्च निकाला गया।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर जन संघर्ष मंच हरियाणा की ओर से महिलाओं पर बढ़ती यौन हिसा, गैर बराबरी, सांप्रदायिकता, फासीवादी हमलों, भेदभावपूर्ण धर्म आधारित सीएए, एनआरसी, एनपीआर, श्रम कानूनों में मजदूर विरोधी बदलावों, हरियाणा सरकार की नई शराब नीति व नशाखोरी के खिलाफ महिला मार्च निकाला गया। प्रदर्शन का नेतृत्व महासचिव सुदेश कुमारी व महिला नेता ऊषा कुमारी ने किया। थानेसर रेलवे स्टेशन पर एकत्रित होकर महिलाओं ने केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए थानेसर शहर के बाजार से होते हुए पुराने बस स्टैंड थानेसर पर पहुंची।
जन संघर्ष मंच की महासचिव सुदेश कुमारी ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस महिलाओं के संघर्षों का एक प्रतीक है। जिला उपाध्यक्ष ऊषा कुमारी ने कहा कि हरियाणा की मनोहर सरकार लाखों मजदूर महिलाओं, आशा, आंगनवाड़ी वर्कर, मिड-डे मील वर्करों को मजदूर मानने को भी तैयार नहीं हैं। केन्द्र की भाजपा व राज्य सरकार महिलाओं के कल्याण के लिए बड़ी-बड़ी घोषणाएं करती है पर बजट में महिलाओं के कल्याण के लिए कोई भी इंतजाम नहीं किया जाता। सरकार ने श्रम कानूनों पर मजदूर विरोधी बदलावों की कड़ी निदा करते हुए कहा कि इन बदलावों से मजदूरों, महिलाओं का शोषण और तेज होगा। इस मौके पर प्रधान फूल सिंह, सह-सचिव सोमनाथ, जिला प्रधान संसार चंद्र, संतोष सुपरवाइजर, शिल्पी, हरजिद्र कौर, कोमल, संतोष लोहारमाजरा, संतोष फरल व हीना मौजूद रही।