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कौन कर रहा ब्रह्मसरोवर पर पर्यटकों की फोटोग्राफी?

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : केडीबी को अधिकारियों की मिलीभगत से लाखों रुपये का केडीबी को अधिकारियों की मिलीभगत से लाखों रुपये का चूना लग रहा है। पुरुषोत्तमपुरा बाग में पर्यटकों की फोटोग्राफी का ठेका करीब ढ़ाई माह पहले खत्म हो चुका है। इसके बावजूद केडीबी की प्रापर्टी पर फोटोग्राफी जारी है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 07 Aug 2018 01:36 AM (IST)Updated: Tue, 07 Aug 2018 01:36 AM (IST)
कौन कर रहा ब्रह्मसरोवर पर पर्यटकों की फोटोग्राफी?
कौन कर रहा ब्रह्मसरोवर पर पर्यटकों की फोटोग्राफी?

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :

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केडीबी को अधिकारियों की मिलीभगत से लाखों रुपये का चूना लग रहा है। पुरुषोत्तमपुरा बाग में पर्यटकों की फोटोग्राफी का ठेका करीब ढ़ाई माह पहले खत्म हो चुका है। इसके बावजूद केडीबी की प्रापर्टी पर फोटोग्राफी जारी है। जबकि यह जगह केडीबी कार्यालय से कुछ ही दूरी पर है। ऐसे में अधिकारियों को इसकी भनक न हो यह मुमकिन बात नहीं। पुराने ठेकेदार के मुताबिक कई महीने पहले वे यहां काम छोड़ चुके हैं। ऐसे में अब यहां पर फोटोग्राफी कौन और किसकी शय पर कर रहा है, यह जांच का विषय है। हालांकि इस मामले में केडीबी के नए सीईओ ने जांच करने की बात कही है। ढाई माह पहले खत्म हो चुका है ठेका

दरअसल पुरुषोत्तमपुरा बाग में सवा चार करोड़ की लागत से विशाल श्रीकृष्ण-अर्जुन रथ स्थापित है, जिसका उद्घाटन तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने किया था। धार्मिक और आस्था के प्रतीक ब्रह्मसरोवर और रथ को देखने के लिए देश विदेश से यहां लाखों लोग आते हैं। ऐसे में बहुत से पर्यटक इस रथ के साथ स्मृति के तौर पर एक फोटो ¨खचवा कर ले जाते हैं। इसके चलते केडीबी की ओर से हर साल यहां फोटोग्राफी का ठेका दिया जाता है। इसकी बोली 11 लाख रुपये तक जा चुकी है। ऐसे में हर माह करीब 80 हजार रुपये केडीबी को इस ठेके से आमदनी होती है। मगर करीब ढाई माह पहले यह ठेका खत्म हो चुका है। ठेकेदार के मुताबिक वह काम भी छोड़ चुका है। मगर अभी भी ब्रह्मसरोवर के इस स्थल पर कुछ लोगों द्वारा फोटोग्राफी की जा रही है। छोड़ दिया ठेका

बूथ पर लिखे दोनों मोबाइल नंबरों पर संपर्क किया गया। इनमें से एक मोबाइल नंबर पर रणधीर ने फोन उठाकर कहा कि पहले उनके पास और फिर उनके बेटे के पास इसका ठेका था, जिसे बहुत पहले छोड़ दिया गया है। केडीबी प्रशासन 20 प्रतिशत बढ़ाकर ठेका देने की बात कर रहा था। अधिकारियों की मिलीभगत या लापरवाही

इसे अधिकारियों की मिलीभगत या लापरवाही ही कहा जाएगा कि उनके कार्यालय से कुछ ही दूरी पर ब्रह्मसरोवर के बीचोंबीच रथ के नजदीक अभी भी फोटोग्राफी चल रही है। एक तीर्थ पुरोहित ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि बारिश के कारण सोमवार को फोटोग्राफर नहीं आए, जबकि रोजाना फोटोग्राफी हो रही है। इसके बारे में अधिकारियों को जानकारी नहीं हो ऐसा नहीं हो सकता। जब इस विषय पर बात करने के लिए संपदा अधिकारी राजीव शर्मा को कई बार फोन किया गया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। ऐसे में अधिकारी कितने सतर्क हैं इससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है। शहर से बाहर हैं मानद सचिव

इस विषय में केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा के कार्यालय में भी संपर्क किया गया, लेकिन पता चला कि वे शहर से बाहर हैं। इस मामले में कराई जाएगी जांच : सीइओ

कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं सीटीएम संयम कुमार ने बताया कि उनके संज्ञान में यह मामला नहीं है। इस बारे में जांच कराई जाएगी। अगर ऐसा हो रहा है तो वह गलत है और उचित कार्रवाई की जाएगी।


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