26 को जाटों के दोनों गुट फिर होंगे आमने-सामने
पिछले कई दिनों से चल रहा जाट धर्मशाला का विवाद प्रशासन के लाख प्रयासों के बाद भी सुलझने का नाम नहीं ले रही है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : पिछले कई दिनों से चल रहा जाट धर्मशाला का विवाद प्रशासन के लाख प्रयासों के बाद भी सुलझने का नाम नहीं ले रही है। कई बार पहले प्रशासन को पसीने छुड़ा चुके जाटों ने एक बार फिर प्रशासन की नींद उड़ाने का एलान कर दिया। दोनों धड़े 26 अगस्त को फिर आमने सामने होंगे। धर्मशाला के अंदर प्रदर्शन कर रहे कर्मबीर गुट ने 26 अगस्त को प्रदेश स्तरीय बैठक करने का निर्णय लिया है। वहीं दूसरी और धर्मशाला के गेट पर प्रदर्शन कर रहे अंग्रेज ¨सह गुट ने 26 को ही काला दिवस मनाने का एलान कर दिया। जिससे प्रशासन एक बार फिर सकते में आ गया। पहले भी दोनों गुटों के आमने-सामने होने की स्थिति में प्रशासन के पसीने छूटे थे और पूरा दिन अधिकारी और भारी पुलिस बल तैनात रहा। वहीं दूसरी और दोनों गुटों की ओर से धरना सोमवार को भी जारी रहा। कर्मबीर ¨सह धड़ा अंदर कर रहा है प्रदर्शन जाट धर्मशाला के अंदर डटे प्रधान कर्मबीर ¨सह गुट की ओर से धर्मशाला के अंदर प्रदर्शन किया जा रहा है। धर्मशाला में ही जमे जाट समुदाय के लोग वहीं जमे हैं और प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान कर्मबीर ¨सह ने कहा कि कुछ राजनेताओं की शह पर ही ऐसा किया जा रहा है। जिससे प्रदेश में लगातार भाईचारा बिगड़ रहा है। पहले दूसरी जातियों और अब स्वयं जाटों में फुट डलवाई जा रही है। जिसका यह उदाहरण है। उन्होंने प्रशासन को चेताया है कि धर्मशाला में शांति बहाली के लिए उनकी मांगों को जल्द पूरा किया जाए। प्रदेश भर के जाटों की मांग है यहां शांति बनी रहे। कर्मबीर ¨सह ने बताया कि 26 अगस्त को प्रदेश स्तरीय बैठक का आयोजन कर आगे का निर्णय लिया जाएगा। असमाजिक तत्वों ने किया धर्मशाला पर कब्जा वहीं दूसरी ओर जाट सभा कुरुक्षेत्र के निवर्तमान प्रधान अंग्रेज ¨सह किरमच का आरोप है कि कुछ असमाजिक तत्व कुछ एक बुजुर्गों को गुमराह करके धर्मशाला के अंदर धरने की नौटंकी के नाम पर जबरन कब्जा जमाए हुए बैठे हैं। इसे लेकर जाट समाज में रोष है। सोमवार को चौथे दिन धरना जारी रहा। अंग्रेज ¨सह किरमच ने बताया कि आज कोर कमेटी ने निर्णय लिया है कि 26 अगस्त को पूरे हरियाणा से जाट समाज को एकत्रित करके काला दिवस मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि 1972 से लेकर अब तक ऐसा दिन नहीं आया था कि कभी धर्मशाला के गेट पर ताला पड़ा हो, समाज के लिए इससे काला अध्याय नहीं हो सकता। इसी रोष स्वरूप 26 अगस्त को काला दिवस मनाने का निर्णय लिया गया है। इस काला दिवस पर जाट समाज के लोगों द्वारा काली पट्टियों के साथ सरकार और प्रशासन तथा गुंडा तत्वों के खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा। बाक्स
मारपीट का लगाया आरोप अंग्रेज ¨सह ने आरोप लगाया कि अंदर कब्जा जमाए बैठे लोगों द्वारा अब तक दो-तीन लोगों के साथ मारपीट भी की गई है। पुलिस इस मामले में शिकायत के बाद भी दी कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। उनका आरोप है कि प्रशासन भी इस मामले में सरकार के दबाव के चलते कब्जाधारी लोगों के खिलाफ कार्रवाई से अपने कदम पीछे खींच रहा है।
उन्होंने कहा कि 17 अगस्त को प्रशासन द्वारा कुरुक्षेत्र धर्मशाला मे आए हजारों जाटों को आश्वस्त किया गया था कि धर्मशाला पर काबिज लोगों को बाहर निकाल दिया जाएगा, लेकिन धर्मशाला पर कब्जा अभी भी कायम है। धर्मशाला से असमाजिक तत्वों को बारह करने तक धरना अनवरत जारी रहेगा। आज के धरने में बूरा खाप से नसीब ¨सह भाणा, पूर्व सरपंच जसमेर घराड़सी, दलबीर ढांडा, टेक चंद हथीरा, मिहां ¨सह बारना, कमल बारना, म¨हद्र ¨सह रत्नडेहरा, जयप्रकाश सारसा, पूर्व सरपंच रामचंद्र, रणबीर बूरा, राजकुमार किरमच, जो¨गद्र बारणा, खुशी राम बारना, रण ¨सह देशवाल, बलदेव राठी, खानपुर कोहलियां के पूर्व सरपंच रामकुमार, पवन सौंटी, धरमी कड़ामी, सुभाष बारना व बलराज ढांडा आदि सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।