गांव सिरसला में ग्रामीणों को अब जल्द मिलेगी पेयजल की किल्लत से राहत
सिरसला में पेयजल की किल्लत पर प्रशासन ने संज्ञान ले लिया है। जल्द ही गांव में खराब ट्यूबवेल की जगह नया ट्यूबवेल लग जाएगा। गांव के पूर्व सरपंच बलवान सिंह के प्रयास रंग लाए हैं। गांव में नया ट्यूबवेल लगाने के लिए मशीन पहुंच गई है।
संवाद सहयोगी, पिपली : गांव सिरसला में पेयजल की किल्लत पर प्रशासन ने संज्ञान ले लिया है। जल्द ही गांव में खराब ट्यूबवेल की जगह नया ट्यूबवेल लग जाएगा। गांव के पूर्व सरपंच बलवान सिंह के प्रयास रंग लाए हैं। गांव में नया ट्यूबवेल लगाने के लिए मशीन पहुंच गई है। पूर्व सरपंच बलवान सिंह ने खुशी जताई और कहा कि डेढ़ साल के बाद गांव के लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध होगा। ट्यूबवेल खराब होने के चलते ग्रामीणों को पेयजल के लिए अन्य संसाधनों पर आश्रित रहना पड़ रहा था।
गांव सिरसला में पेयजल किल्लत को लेकर पूर्व सरपंच बलवान सिंह व ग्रामीणों ने 18 मार्च को सीएम विडो पर शिकायत देकर गुहार लगाई थी। शिकायत में ग्रामीणों ने बताया था कि डेढ़ साल से गांव में लगा ट्यूबवेल खराब है जिसके चलते उन्हें पेयजल की किल्लत से गुजरना पड़ रहा है। जनस्वास्थ्य विभाग ने नया ट्यूबवेल लगवाने के लिए पिछले वर्ष पांच अक्टूबर को मंजूरी भी दे दी थी, लेकिन उसके बावजूद आज तक गांव में पेयजल की समस्या को दूर करने के लिए ट्यूबवेल नहीं लगाया गया था। विभाग के अधिकारियों के पास ग्रामीण कई बार चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन उन्हें हर बार निराशा हाथ लगी है। डेढ़ साल पहले फेल हो गया था ट्यूबवेल
पूर्व सरपंच बलवान सिंह, राजकुमार, रामगोपाल, धर्मपाल, राजबीर, रविद्र, रामनिवास, लक्ष्मण, रामधारी, अजायब सिंह, प्रदीप सिंह ने बताया कि गांव के लोगों को वाटर सप्लाई उपलब्ध कराने के लिए वर्ष 1987 में सरकार की तरफ से ट्यूबवेल लगाया गया था। यह ट्यूबवेल पिछले डेढ़ साल से फेल है। ट्यूबवेल फेल होने के चलते ग्रामीणों को पेयजल की किल्लत से गुजरना पड़ रहा है। अब मिलेगी पेयजल की किल्लत से निजात : बलवान सिंह
पूर्व सरपंच बलवान सिंह ने बताया कि गांव में पीने के पानी की समस्या काफी गंभीर थी। गांव में डेढ़ साल पहले ट्यूबवेल खराब होने के बाद पानी की किल्लत से ग्रामीणों को जूझना पड़ रहा था। हालांकि संबंधित विभाग ने गांव में नया ट्यूबवेल लगाने की स्वीकृति भी दे दी थी, लेकिन स्वीकृति मिलने के अलावा आगे कोई कार्रवाई नहीं हुई। प्रशासन ने उनकी शिकायत पर संज्ञान लिया है। अब जल्द ही ग्रामीणों को पीने के पानी से निजात मिलेगी।