किसानों पर दर्ज हत्या का मामला 29 तक वापस लेने का अल्टीमेटम
भारतीय किसान यूनियन ने शनिवार को कांबोज धर्मशाला में बुलाई बैठक में पुलिस प्रशासन को 29 अक्टूबर तक नारायाणगढ़ में किसानों पर दर्ज हत्या का केस वापस लेने का अल्टीमेटम दिया है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :
भारतीय किसान यूनियन ने शनिवार को कांबोज धर्मशाला में बुलाई बैठक में पुलिस प्रशासन को 29 अक्टूबर तक नारायाणगढ़ में किसानों पर दर्ज हत्या का केस वापस लेने का अल्टीमेटम दिया है। तय समय तक केस वापस न लेने पर 29 अक्टूबर को अंबाला के मोहड़ा में होने वाली किसान महापंचायत में कोई बड़ा फैसला लेने का एलान किया है।
भाकियू प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम चढूनी ने कहा कि इससे पहले कृषि कानूनों के विरोध में किसान 25 अक्टूबर को जिलास्तर पर एकत्रित होकर प्रधानमंत्री के पुतले जलाएंगे। इसके बाद पांच नवंबर को नीलोखेड़ी के पास राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि भाकियू लगातार कृषि कानूनों का विरोध कर रही है। भाकियू के विरोध को दबाने के लिए भाजपा सरकार के नेताओं की शह पर किसानों के खिलाफ केस दर्ज किए जा रहे हैं। नारायणगढ़ में भाजपा की ट्रैक्टर रैली में एक किसान की मौत होने पर भाकियू सदस्यों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है। किसान की मौत हार्ट अटैक से हुई है। इस तरह की तानाशाही के खिलाफ भाकियू संघर्ष करेगी। इसके लिए 29 अक्टूबर को अंबाला के गांव मोहड़ा में किसान महापंचायत होगी। इस महापंचायत में किसान अपने परिवार की महिलाओं सहित हिस्सा लेंगे। अगर पुलिस ने इस केस को वापस नहीं लिया तो महापंचायत में आर-पार की लड़ाई का फैसला लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे पहले किसान दशहरे के दिन जिला स्तर पर एकत्रित होकर प्रधानमंत्री का पुतला दहन कर अपना विरोध जताएंगे। इसके बाद पांच नवंबर को सभी जिलों में सुबह 10 बजे से लेकर शाम चार बजे तक राष्ट्रीय राजमार्गों पर जाम लगाया जाएगा। कुरुक्षेत्र, करनाल और यमुनानगर के किसान राष्ट्रीय राजमार्ग पर नीलोखेड़ी के पास जाम लगाएंगे। इस मौके पर कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष कर्म सिंह मथाना, युवा प्रदेश अध्यक्ष विक्रम कसाना, मीडिया प्रभारी राकेश बैंस, अंबाला मंडल प्रधान बलकार सिंह, जिला यमुनानगर अध्यक्ष संजू गुंदियाना, कैथल जिला प्रधान होशियार सिंह गिल, करनाल जिला प्रधान अजय राणा, युवा किसान नेता संजीव आलमपुर मौजूद रहे।