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एनटीपीईएल कार्यक्रम से यूआइईटी के विद्यार्थियों को दोहरा फायदा : ढींगरा

- कुवि के यूआइईटी में एक दिवसीय आनलाइन कार्यशाला आयोजित जागरण संवाददाता कुरुक्षेत्र क

By JagranEdited By: Published: Wed, 18 May 2022 05:15 PM (IST)Updated: Wed, 18 May 2022 05:15 PM (IST)
एनटीपीईएल कार्यक्रम से यूआइईटी के विद्यार्थियों को दोहरा फायदा : ढींगरा
एनटीपीईएल कार्यक्रम से यूआइईटी के विद्यार्थियों को दोहरा फायदा : ढींगरा

- कुवि के यूआइईटी में एक दिवसीय आनलाइन कार्यशाला आयोजित जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के डीन इंजीनियरिग एवं टेक्नोलाजी एवं यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिग एंड टेक्नोलाजी (यूआइईटी) के निदेशक प्रो. सुनील ढींगरा ने कहा कि केंद्र सरकार के नेशनल प्रोग्राम आन टेक्नोलाजी इनहांस लर्निंग (एनपीटीईएल) कार्यशाला से विद्यार्थियों को दोहरा फायदा हो रहा है। इस कार्यक्रम से जुड़कर यूआइईटी के विद्यार्थी नई-नई तकनीकों के बारे में जानकारी ले रहे हैं। इसके साथ ही इन कार्यक्रमों के अंतर्गत 20 क्रेडिट तक की शिक्षा पाने वाले विद्यार्थी आनर्स डिग्री भी हासिल कर सकते हैं।

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वह बुधवार को यूआइईटी संस्थान में आयोजित एक दिवसीय आनलाइन कार्यशाला में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ओर से विद्यार्थियों के लिए यह कार्यक्रम आईआईटी मद्रास और आईआईएससी बेंगलुरु की ओर से आयोजित किया गया। इसका मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों के लिए साफ्ट स्किल, डोमेन सर्टिफिकेट ,जाब ओरिएंटेड और फैकल्टी के लिए आनलाइन एफडीपी हेतु सर्टिफिकेट कार्यक्रम आयोजित करना है। उन्होंने बताया कि आईआईटी मद्रास की ओर से अब तक यूआइईटी के अभी तक 550 से विद्यार्थी और शिक्षक विभिन्न संकाय में सर्टिफिकेट प्राप्त कर चुके हैं। एनटीपीईएल कार्यक्रम में अभी तक एक करोड़ 50 लाख विद्यार्थियों का पंजीकरण हो गया है। उन्होंने बताया कि यूआइईटी चैप्टर से डा. निखिल मारीवाला को एनपीटीईएल का उत्साही पुरस्कार दिया गया है। इसके लिए वह उन्हें बधाई देते हैं।

आइआइटी मद्रास से मिला पुरस्कार

डा. निखिल मारीवाला ने कहा कि एसपीओसी सर्टिफिकेट परफार्मेस के आधार पर दिया जाता है। उन्होंने कोरोना काल के दौरान विभिन्न संस्थाओं में आठ कोर्स किए। इसी उपलब्धि के चलते उन्हें आइआइटी मद्रास से विशेष स्टार पुरस्कार मिला है। यह संस्थान के साथ विश्वविद्यालय के लिए गर्व की बात है। इस कार्यशाला में एनपीटीईएल से डा. भारती, प्रोजेक्ट आफिसर दिव्या, ऐश्वर्या व श्रीराम जुड़े रहे।


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