टमाटर के दामों में बढ़ोतरी, किसानों की बल्ले-बल्ले
किसान टमाटर के दामों में आए उछाल से फुले नहीं समा रहे है। तीन से चार वर्ष बाद टमाटर के दामों में उछाल आया है।
संवाद सूत्र, बाबैन : किसान टमाटर के दामों में आए उछाल से फुले नहीं समा रहे है। तीन से चार वर्ष बाद टमाटर के दामों में उछाल आया है। जिससे किसानों को लाखों रुपये प्रति एकड़ का मुनाफा हो रहा है। किसानों के लिए टमाटर की फसल वरदान बनकर आई है। कम उत्पादन के बावजूद टमाटर के बेहतर दाम मिलने से किसान खुश हैं।
पिछले कई सालों से टमाटर की फसल किसानों के लिए घाटे का सौदा बनती आ रही थी, लेकिन इस बार टमाटर की फसल सोने के भाव बिक रही है। इस बार टमाटर की फसल ने दूसरी फसलों को काफी पीछे छोड़ दिया है। बाबैन क्षेत्र का टमाटर देश की राजधानी आजादपुर सब्जी मंडी दिल्ली के अलावा बेंगलूरू, चेन्नई, यूपी, उत्तराखंड, देहरादून, पंजाब, राजस्थान, चंडीगढ़ के व्यापारी पहुंच रहा है। क्षेत्र से हर रोज काफी संख्या में टमाटर से लदे ट्रक शहरों की मंडियों में पहुंच रहे है। आने वाले दिनों में टमाटर का उत्पादन और बढ़ने पर क्षेत्र से 100 से 150 ट्रक प्रतिदिन मंडियों में सप्लाई होगा। किसान तिलकराज ने बताया कि इस बार टमाटर की 25 किलो की एक कैरेट व्यापारी उनके खेतों में आकर 500 रुपये तक खरीद रहे हैं। दक्षिणी भारत से भी बहुत से व्यापारी क्षेत्र में टमाटर खरीदने के लिए आए हुए है। पिछले वर्ष टमाटर की एक कैरेट से 50 से 100 रूपये तक बिकी थी। जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ था। नुकसान के चलते पिछले तीन, चार वर्षों से टमाटर उत्पादक किसान अपनी टमाटर की फसल को ट्रैक्टर से नष्ट करता आ रहा था, लेकिन इस बार पिछला सारा घाटा पुरा हो गया है। उन्होंने बताया कि उन्हें टमाटर बेचने के लिए मंडियों में नहीं जाना पड़ रहा है।
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