आत्मरक्षा में छात्राओं को बताई हाथ लॉक करने की तरकीब
मां भद्रकाली मंदिर परिसर में आयोजित प्रथम निश्शुल्क आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर के चौथे दिन प्रतिभागियों को हाथ व बाजू को लॉक करने का प्रशिक्षण दिया गया। श्री कृष्ण मार्शल आर्ट्स संस्थान के अध्यक्ष राजेश शर्मा ने बताया कि शरीर के भिन्न-भिन्न हिस्सों को लॉक किया जा सकता है। लॉक लगने के बाद उसका कोई डिफेंस नहीं हो सकता।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र: मां भद्रकाली मंदिर परिसर में आयोजित प्रथम निश्शुल्क आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर के चौथे दिन प्रतिभागियों को हाथ व बाजू को लॉक करने का प्रशिक्षण दिया गया। श्री कृष्ण मार्शल आर्ट्स संस्थान के अध्यक्ष राजेश शर्मा ने बताया कि शरीर के भिन्न-भिन्न हिस्सों को लॉक किया जा सकता है। लॉक लगने के बाद उसका कोई डिफेंस नहीं हो सकता। मजबूत से मजबूत प्रतिद्वंदी भी इसको तोड़ नहीं सकता और यह लॉक लगाने वाले के ऊपर निर्भर करता है कि वो उसे छोड़े की न छोड़े। इसके अलावा फ्रंट रोल का अभ्यास करवाया गया, जिसे सीखने के बाद गिरने की कला सीखना बहुत आसान हो जाता है। इसके साथ साथ पीछे से बाल खींचने की स्थिति में बचाव का प्रशिक्षण भी दिया गया। राजेश शर्मा ने बताया कि संस्थान द्वारा 2012 से बेटियों के लिए निश्शुल्क आत्म रक्षा प्रशिक्षण की मुहिम चलाई जा रही है, जिसके तहत अब तक हजारों युवतियों को आत्म रक्षा का प्रशिक्षण दिया जा चुका है। मंदिर पीठाध्यक्ष सतपाल शर्मा ने कहा कि सभी अभिभावकों का ये कर्तव्य बनता है की हम अपने बच्चो को अच्छे संस्कार दें और उन्हें महिलाओं को सम्मान देना सिखाएं। इसके साथ-साथ अगर किसी महिला के साथ दुर्व्यवहार होता है तो उसका विरोध करने की प्रेरणा भी अपने बच्चों को दें, जिससे कि एक बेहतर समाज का निर्माण हो सके।