एटीएम छीनकर व बदलकर वारदात करने वालों से सुलझी तीन वारदातें
कुरुक्षेत्र। एटीएम छीनकर व बदलकर वारदात करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के तीन आरोपितों से पूछताछ कर पुलिस ने तीन वारदातों को सुलझा लिया है। आरोपितों से 4500 रुपये भी बरामद किए हैं।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : एटीएम छीनकर व बदलकर वारदात करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के तीन आरोपितों से पूछताछ कर पुलिस ने तीन वारदातों को सुलझा लिया है। आरोपितों से 4500 रुपये भी बरामद किए हैं। रिमांड अवधि समाप्त होने पर तीनों को अदालत में पेश किया। अदालत ने उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
एसपी आस्था मोदी ने बताया कि 23 जून 2020 को गांव बडौंदी निवासी अमर सिंह ने थाना लाडवा में शिकायत दर्ज कराई कि वह कार्पोरेशन बैंक इंद्री चौक लाडवा में बतौर गनमैन के पद पर तैनात है। सुबह 11 बजे दिन में दो लड़के अपने मुंह पर मास्क लगाए हुए थे। एक लड़का एटीएम के बाहर खड़ा था। उसी समय एक लड़का एटीएम से पैसे निकालने आया तो वह दोनों लड़के भी उसके पीछे-पीछे एटीएम में घुस गए थे। एटीएम के कमरे में खड़े लड़के का नाम पता पूछने पर उसने अपना नाम धनौरा जाटान निवासी सचिन बताया। दोनों लड़कों ने उससे एटीएम कार्ड छीनने की कोशिश की थी। पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच पुलिस की प्रभारी अपराध शाखा-दो प्रभारी मलकीत सिंह को सौंपी थी। मलकीत सिंह ने जांच एएसआइ सतविद्र सिंह चटठा को सौंपी दी थी। 25 जून 2020 को एएसआइ सतविद्र सिंह चट्ठा की टीम ने गुप्त सूचना के आरोप पर जिदल सिटी के समीप से कार में सवार हिसार के गांव राजथल निवासी विकास, संदीप उर्फ टिडू व रोहतक के इंद्रगढ़ निवासी सोनू को गिरफ्तार किया था। आरोपितों ने लाडवा के कार्पोरेशन बैंक में युवक से एटीएम छीनने की वारदात स्वीकार की थी। पुलिस ने आरोपितों को अदालत से पुलिस रिमांड पर लिया था। रिमांड के दौरान आरोपितों ने स्वीकार किया कि उन्होंने बिहार, हरियाणा, बरेली और यूपी में एटीएम बदलकर व एटीएम कार्ड छीनकर कई वारदातों को अंजाम दिया है। पांच जून 2020 को अनाज मंडी लाडवा के पास पीएनबी के एटीएम में जाकर एक व्यक्ति को अपनी बातों में लगाकर उसका एटीएम कार्ड बदलकर उसके कार्ड से आठ हजार रुपये निकाले थे। इसके अलावा 14 जून 2020 को लाडवा बस अड्डे के सामने पीएनबी के एटीएम में जाकर एक व्यक्ति से उसका कार्ड बदल कर उसके कार्ड से 45 हजार 400 रुपये निकलवा लिए थे। आरोपितों को पुलिस रिमांड पर लेकर दो और वारदातों को सुलझाकर उनसे 4500 रुपये बरामद किए। आरोपित को अदालत में पेश किया। अदालत ने उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।