जनाब का गुस्सा बेमौसमी बरसात की तरह
थानेसर नगर परिषद की कार्रवाई का असर कुछ अधिकारियों के स्वास्थ्य पर भी पड़ गया है। एक साहब का बीपी एकाएक बढ़ जाता है।
थानेसर नगर परिषद की कार्रवाई का असर कुछ अधिकारियों के स्वास्थ्य पर भी पड़ गया है। एक साहब का बीपी एकाएक बढ़ जाता है। कार्रवाई करने के दौरान कई बार दुकानदारों पर वे भड़क जाते हैं। अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान एक अधिकारी मौके पर फोटो दिखा रहे थे तो साहब ने भीड़ में से एक युवक का हाथ पकड़कर पीछे झटक दिया और बोले जुल्फी के काढ़ेगा इसमे तै। एक अधिकारी बोले कि साहब की कोई गलती नहीं है। अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई का असर सेहत पर पड़ रहा है। एक दम से जनाब गुस्सा हो जाते हैं और दूसरे ही समय में मुस्कुराने लगते हैं। साफ पता लगता है कि जनाब पर काम का दबाव ज्यादा ही है। पर कोई ना यह दिक्कत तो बड़े-बड़े मंत्रियों के साथ भी है। ये बीमारी तो बड़े अधिकारियों और नेताओं की है।
शहर में इन दिनों अतिक्रमण हटाने की जो कार्रवाई चल रही हो शायद ही इससे बड़ी कोई कार्रवाई हुई हो। इस कार्रवाई से जहां अतिक्रमण करने वाले दुकानदारों के चेहरे लटक गए हैं वहीं दूसरी तरफ नप के कई अधिकारियों का सीना चौड़ा हो गया है। जो अधिकारी कार्रवाई करने से डरते थे वे भी बेधड़क अतिक्रमण हटाने और जेसीबी चलाने के आदेश दे रहे हैं। एक जगह बात चल पड़ी तो दुकानदार बोले कि नप के अधिकारी तो अपनी शक्तियों को भूले बैठे थे जिस प्रकार जामवंत ने हनुमान जी को उनकी शक्तियों का अहसास दिलाया था उसी प्रकार नए साहब ने अधिकारियों को उनकी शक्ति की अनुभूति कराई। इसलिए जो अधिकारी बुझे-बुझे और दबे-दबे से रहते थे वे भी पूरे तने हुए नजर आ रहे हैं। इस कार्रवाई का कैसा असर है भाई साहब
शहर में चल रही अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई से किसी और को फर्क पड़ रहा हो या नहीं पड़ रहा हो, लेकिन आम लोग इस कार्रवाई की खुले मन से तारीफ कर रहे हैं। उन्हें लगता है कि यह कार्रवाई बिल्कुल सही हो रही है। इससे कुछ दुकानदारों को कुछ दिन तक तंगी जरूर होगी, लेकिन फिर सब सामान्य हो जाएगा। जहां कार्रवाई चल रही होती है वहां के दुकानदार दूर तक सामान को अतिक्रमण हटा लेते हैं। लोगों के मन में यह भी उत्सुकता रहती है कि इस कार्रवाई का असर कैसा लग रहा है। लोग इससे खुश हैं या नाराज। शनिवार को जब सन्निहित सरोवर की ओर जाने वाली सड़क पर थानेसर नगर परिषद अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई कर रही थी तो नजदीक फोटो खींच रहा एक युवक बोला भाई साहब इस कार्रवाई का कैसा असर दिखाई दे रहा है। सवाल पूछने वाले का चेहरा देखकर दूसरे ने कहा कि कार्रवाई का तारीफ हो रही है। पीडब्ल्यूडी की सड़कों पर नहीं दिख रहा साहब के आदेशों का असर
अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई जोर-शोर से चल रही है। हो भी क्यों ना, साहब के आदेश जो हैं। मगर पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों पर साहब के आदेशों का असर दिखाई नहीं दे रहा। ऐसा लग रहा है उन्होंने साहब के आदेशों के विपरीत चलने का निर्णय ले रखा है। यही चर्चा एक मार्केट में चल रही थी। एक युवक बोला कि पीडब्ल्यूडी के अधिकारी ने उस दिन भी आकर झांसा रोड पर चल रही कार्रवाई को रुकवा दिया था। अब जो भी सड़क पीडब्ल्यूडी बीएंडआर के अंतर्गत हैं उन पर जरा सी भी कार्रवाई नहीं हुई। जबकि थानेसर नगर परिषद जो अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई में सबसे पीछे था वह भी धुआंधार पारी खेल रहा है। पीडब्ल्यूडी अधिकारियों पर इस कार्रवाई का कोई असर नहीं दिख रहा। दूसरा बोला रेलवे रोड कार्रवाई से टर्निंग प्वाइंट आ गया। अब स्थिति फिर बदल रही है।
विनीश गौड़, संवाददाता, कुरुक्षेत्र