गांव रामशरण माजरा में सुधर रहे हालात
गांव रामशरण माजरा में स्वास्थ्य विभाग के पहुंचने के बाद हालात सुधर रहे हैं। रविवार को एक दो मरीज ही पेट में दर्द की समस्या लेकर पहुंचे जबकि निजी अस्पतालों में उपचार ले रहे मरीजों की स्थिति भी अब सामान्य होने लगी है।
संवाद सहयोगी, बाबैन : गांव रामशरण माजरा में स्वास्थ्य विभाग के पहुंचने के बाद हालात सुधर रहे हैं। रविवार को एक दो मरीज ही पेट में दर्द की समस्या लेकर पहुंचे, जबकि निजी अस्पतालों में उपचार ले रहे मरीजों की स्थिति भी अब सामान्य होने लगी है। जबकि रविवार को छुट्टी होने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग की एक पूरी टीम गांव में ही तैनात रही और मरीजों के स्वास्थ्य की जांच की।
गौरतलब है कि दैनिक जागरण ने रविवार को गांव रामशरण माजरा में डायरिया फैलने और स्वास्थ्य विभाग द्वारा उससे बचाव के लिए घर-घर दस्तक देने की खबर को प्रमुखता से उठाया। इस मामले में रविवार को भी स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव रामशरण माजरा में तैनात रही। टीम ने ओपीडी में आने वाले मरीजों की जांच की। साथ ही पानी उबालकर पीने और खानपान में स्वच्छता रखने के प्रति जागरूक किया गया। वहीं निजी क्लीनिक और अस्पतालों में उपचाराधीन मरीजों की स्थिति भी अब सामान्य बताई जा रही है। गांव में तैनात चिकित्सकों की टीम ने बताया कि गांव में अब डायरिया का कोई नया मरीज सामने नहीं आया है। टीम सतर्क है और हर मरीज की गहनता से जांच कर रही है। बाबैन सूत्र के मुताबिक युवा कांग्रेस नेता संदीप गर्ग ने रविवार को गांव रामसरण माजरा के घर-घर में जाकर डायरिया से पीड़ित रोगियों का हालचाल जाना। उन्होंने कहा कि पीएचसी में चिकित्सक न होने के कारण मरीजों को मुलाना तक अस्पतालों में जाकर उपचार कराना पड़ा है। उन्होंने कहा कि गांव में चिकित्सकों की ड्यूटी 24 घंटे लगाई जानी चाहिए। गर्ग ने कहा कि चिकित्सक विभाग मरीजों के स्वास्थ्य को लेकर लापरवाही बरत रहा है।