बसों में फॉग लाइट और रिफ्लेक्टर लगाना भूले अधिकारी, धुंध में हादसे होने का खतरा
धुंध शुरू होने के बाद भी परिवहन विभाग के अधिकारियों ने बसों में फॉग लाइट और रिफ्लेक्टर नहीं लगाए। ऐसे में चालकों और परिचालक को सड़क पर सुरक्षित पहुंचने की चिता सता रही है। वहीं परिवहन विभाग के अधिकारियों की अब भी नींद नहीं टूटी है।
अनुज शर्मा, कुरुक्षेत्र
धुंध शुरू होने के बाद भी परिवहन विभाग के अधिकारियों ने बसों में फॉग लाइट और रिफ्लेक्टर नहीं लगाए। ऐसे में चालकों और परिचालक को सड़क पर सुरक्षित पहुंचने की चिता सता रही है। वहीं परिवहन विभाग के अधिकारियों की अब भी नींद नहीं टूटी है।
रोडेवज बसों में फॉग लाइटें व रिफ्लेक्टर ना लगने के कारण चालक-परिचालकों में काफी रोष है। चालक-परिचालक बसों में अब तक फॉग लाइट ना लग पाने का ठीकरा विभाग के अधिकारियों के सिर फोड़ रहे हैं। कर्मचारियों ने बताया कि फॉग लाइट वर्कशॉप में लगाई जानी हैं। चालक सिर्फ लाइटें लगाने के लिए निवेदन कर सकते हैं। फॉग के सीजन को देखते हुए यह लाइटें काफी समय पहले लग जानी चाहिए थी। चूंकि फॉग के दौरान बसों को चलाने में काफी दिक्कत आती है। ²श्यता कम हो जाने पर सड़क पर सामने से आ रहा वाहन दिखाई नहीं देते, ऐसे में हादसा होने की आशंका बनी रहती है। ऐसे में एक बस में दो फॉग लाइट जरूर होनी चाहिए। कोहरे में फॉग लाइट जरूरी
अभी सर्दी व कोहरे की शुरुआत हुई है, आने वाले दिनों में कोहरा बढ़ेगा। घने कोहरे में सामान्य लाइट में चालक को आगे का रास्ता बहुत ही कम दिखाई देता है, जबकि फॉग लाइट से सामने वाले वाहन भी दूर से ही दिखाई पड़ जाता है। डिपो में फॉग लाइट न होने से ज्यादा परेशानी लंबे रूटों पर जाने वाले ड्राइवर को होती है। फॉग लाइट कम बीम का उत्सर्जन करती है, सड़क की सतह पर नीचे की ओर पड़ती है जो रोशनी को फैलाव से रोकती है। घना कोहरा शुरू होने के पहले ही फाग लाइटों को सभी बसों में लगवा दिया जाएगा। जिससे कोहरे में चालकों को परेशानियों का सामना न करना पड़े।
- अश्वनी कुमार डोगरा, महाप्रबंधक, रोडवेज कुरुक्षेत्र