कुटा आमसभा में गूंजा एसएफएस शिक्षकों को सातवें वेतन आयोग का लाभ देने का मामला
शिक्षकों ने तो प्रशासन को चेतावनी तक दे दी कि अगर प्रशासन ने उनकी मांगों को पूरा नहीं किया तो कुटा के मंच से ही शिक्षक प्रदर्शन को भी मजबूर हो जाएंगे। मामले में कुटा अध्यक्ष ने भी एसएफएस शिक्षकों की मांगों को पुरजोर तरीके से उठाने का आश्वासन दिया।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र: कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के नई कार्यकारिणी के चुनाव के बाद हुई पहली आमसभा की बैठक में एसएफएस शिक्षकों को सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के अनुसार लाभ देने का मामला ही गूंजता रहा। रह रहकर एसएफएस शिक्षकों की ओर से बोलने वाले वक्ताओं ने मंच से मामले का उठाया। कई शिक्षकों ने तो प्रशासन को चेतावनी तक दे दी कि अगर प्रशासन ने उनकी मांगों को पूरा नहीं किया तो कुटा के मंच से ही शिक्षक प्रदर्शन को भी मजबूर हो जाएंगे। मामले में कुटा अध्यक्ष ने भी एसएफएस शिक्षकों की मांगों को पुरजोर तरीके से उठाने का आश्वासन दिया। उन्होंने साफ कहा कि शिक्षक ही उनकी ताकत हैं और अगर वे उनके साथ हैं तो कुटा किसी भी मंच पर और किसी भी समय शिक्षकों की मांगों के लिए लड़ाई लड़ सकती है। बैठक में कुटा के मांग पत्र पर भी चर्चा की गई।
कुवि शिक्षक संघ के प्रधान डॉ. संजीव शर्मा ने बताया कि कुटा के मांग पत्र में 30 मांगों को रखा गया है। जिनमें एसएफएस को सातवें वेतन आयोग का लाभ, एरियर दिलाने, फाइव डे वीक करवाने, छठे वेतन आयोग की सिफारिशों के अनुसार 2006 से 2009 के बीच में नियुक्त हुए शिक्षकों को पांच अग्रिम वेतन वृद्धि देने, एनपीएस के तहत आने वाले शिक्षकों को रिटायरमेंट, ग्रेचुएटी, डेथ ग्रेचुएटी देने, मकानों पर लगने वाले इंकम टेक्स को हटाने, पेपर सेटिग, पेपर चेकिग व परीक्षा का मानदेय आन द स्पॉट दिलाने बारे आदि मांगों पर चर्चा की गई। बैठक में एसएफएस की ओर से पूर्व कुटा उप्रपधान डॉ. कामराज सिधू, डॉ. कर्मबीर, डॉ. मधुदीप, डॉ. आबिद अली, डॉ. पुनीत बंसल आदि ने मांग रखी। बैठक में उपप्रधान दीपक बब्बर ने सभी का धन्यवाद किया। इस मौके पर पूर्व अध्यक्ष डॉ. परमेश कुमार, सचिव डॉ. सतीश चौहान, डॉ. दिनेश धनखड़, डॉ. विक्रम खरब, डॉ. सुनील ढुल आदि उपस्थित रहे।