प्रौद्योगिकी नमोन्मेष की संस्कृति को अपनाएं तकनीकी संस्थान : पाल
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी) के शोध एवं परामर्श डीन प्रो. महेश पाल ने कहा कि तकनीकी संस्थानों को प्रौद्योगिकी नमोन्मेष की संस्कृति को अपनाना होगा।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी) के शोध एवं परामर्श डीन प्रो. महेश पाल ने कहा कि तकनीकी संस्थानों को प्रौद्योगिकी नमोन्मेष की संस्कृति को अपनाना होगा। केंद्र सरकार ने इस पर ध्यान देते हुए कई तरह के सुधार किए हैं। इन सुधारों की जानकारी विद्यार्थियों तक पहुंचाना जरूरी है, ताकि उन्हें लाभ मिल सके।
उन्होंने ये बात शनिवार को एनआइटी की ओर से करवाए जा रहे तकनीकी उत्सव आल्टिअस 2020 में संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि इस उत्सव में विभिन्न तकनीकी प्रतियोगिताओं का ऑनलाइन आयोजन किया गया। उन्होंने सरकार की ओर से देश में तकनीकी क्षेत्र व नवोन्मेष में किए जा रहे नीति के बदलावों और इन नीतियों से छात्रों को मिलने वाले लाभ की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सरकार के इस कदम के साथ-साथ हमें अपने संस्थान में भी हर तकनीकी समारोह में प्रौद्योगिक नवोन्मेष की संस्कृति को अपनाना है और अपने देश में प्रौद्योगिक विकास को बढ़ावा देना होगा। आल्टिअस 2020 के अध्यक्ष प्रो. वीके वाजपेयी ने बताया कि ऑनलाइन चल रहे इस तकनीकी उत्सव की थीम पर्योक्सिम ऑफ टेक्नालॉजी है। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में लगभग 40 के करीब प्रतिस्पर्धाएं होंगी। यह सभी संस्थान की 10 तकनीकी सोसायटियों की ओर से संचालित की जाएंगी और इसमें छात्र अपने तकनीकी, प्रबंधन और व्यावहारिक कौशल की क्षमताओं को निखार सकते हैं। इसके साथ ही प्रतिस्पर्धाओं के अलावा गेस्ट लेक्चर्स व विभिन्न तकनीकी कार्यशालाओं का भी आयोजन किया जाएगा। इस दौरान आल्टिअस 2020 की स्मारिका भी लांच की गई। इसके साथ ही समारोह में होने वाली विभिन्न प्रतियोगिताओं की वीडियो प्रदर्शनी भी ऑनलाइन दिखाई गई। कार्यक्रम की सह-संयोजक डा. शैली वढ़ेरा ने छात्रों को धैर्य रखकर और सशक्त होकर आने वाली सभी चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रेरणा दी।