राइस मिलों की फिजिकल वेरीफिकेशन के लिए 12 टीमें गठित
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने राइस मिलों की फिजिकल वेरीफिकेशन के लिए 12 टीमों का गठन कर दिया है। ये टीम शनिवार और रविवार को छुट्टी के दिन भी काम करेंगी और सोमवार को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगी। विभाग के सख्त होते ही घोटाले में फंसे मिल मालिकों की धड़कन बढ़ गई हैं। विभागीय अधिकारियों ने किसी तरह की गड़बड़ी मिलने पर सख्त कार्रवाई के संकेत दिए हैं।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने राइस मिलों की फिजिकल वेरीफिकेशन के लिए 12 टीमों का गठन कर दिया है। ये टीम शनिवार और रविवार को छुट्टी के दिन भी काम करेंगी और सोमवार को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगी। विभाग के सख्त होते ही घोटाले में फंसे मिल मालिकों की धड़कन बढ़ गई हैं। विभागीय अधिकारियों ने किसी तरह की गड़बड़ी मिलने पर सख्त कार्रवाई के संकेत दिए हैं।
खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक कुशल पाल बूरा ने शुक्रवार को अपने कार्यकाल के दूसरे दिन ही कस्टम मीलिग की रिपोर्ट तलब की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों और इंस्पेक्टरों से बात की। अधिकारियों को रिकवरी तेज करने के आदेश दिए। मामले को गंभीरता से लेते हुए 12 कमेटी गठित की। इसमें इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी शामिल किए गए। ये अधिकारी सभी राइस मिलों में धान और चावल की पड़ताल करेंगे।
4147 मीट्रिक टन चावल किया जारी
डीएफएससी की सख्ताई के बाद राइस मिलों ने रिकवरी तेज कर दी है। 143 गाड़ियां लगाई गई। इनमें करीब 4147 मीट्रिक टन चावल एफसीआइ को भेजा गया। हम बता दें कि निदेशालय ने पत्र जारी कर प्रदेशभर के राइस मिलों की फिजिकल वेरीफिकेशन कराने के आदेश दिए थे। इसमें 90 फीसद से कम चावल देने वाले राइस मिलों पर फॉक्स रखा जाना है। जिले में ऐसे 65 राइस मिल हैं।
यह है मामला
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने इस बार 238 राइस मिलों को 11.47 लाख मीट्रिक टन धान चावल निकालने के लिए दिया था। विभाग के पास अब तक करीब 7.86 लाख मीट्रिक टन चावल वापस आ पाया है। इसमें से करीब 6.45 लाख मीट्रिक टन की सप्लाई आगे कर चुका है। दैनिक जागरण ने गत दिनों कस्टम मीलिग में चावल घोटाले को उजागर किया था। राइस मिलों की फिजिकल वेरीफिकेशन कराई जाएगी। टीमों को सोमवार तक अपनी रिपोर्ट देनी होगी। इसके बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी।
कुशल पाल बुरा, नियंत्रक, डीएफएससी।