दिनभर नहीं हुए सूर्य देवता के दर्शन, कोहरे के साथ बढ़ी ठंड
धर्मनगरी में लगातार बढ़ती जा रही ठंड से हाड़ कंपकपाने लगे हैं। एक दिन पहले शुक्रवार को धूप खिलने से राहत के बाद अगले दिन शनिवार को दिनभर धुंध छाई रही। इससे न्यूनतम तापमान छह डिग्री सेल्सियस रहा। सूर्य देवता के दर्शन न होने पर अधिकतम तापमान भी 12 डिग्री सेल्सियस रहा है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : धर्मनगरी में लगातार बढ़ती जा रही ठंड से हाड़ कंपकपाने लगे हैं। एक दिन पहले शुक्रवार को धूप खिलने से राहत के बाद अगले दिन शनिवार को दिनभर धुंध छाई रही। इससे न्यूनतम तापमान छह डिग्री सेल्सियस रहा। सूर्य देवता के दर्शन न होने पर अधिकतम तापमान भी 12 डिग्री सेल्सियस रहा है। हवा में नमी की मात्रा 79 फीसद रही।
अधिकतम तापमान में कमी आने से कड़ाके की ठंड ने लोगों का हाल-बेहाल कर रखा है। हालात ऐसे हैं कि लोग ठंड के चलते घरों से बाहर निकलने से ही परहेज कर रहे हैं। हाथ-पांव ठिठुरने पर काम तक करना मुश्किल हो रहा है। दिन भर सेक्टरों की सड़कें और गांव की गलियां सूनी रहने लगी हैं। मौसम विशेषज्ञों ने फिलहाल सप्ताह भर इसी तरह ठंड पड़ने का अनुमान जताया है।
पिछले कई दिनों से पड़ रही कड़ाके की ठंड के चलते मनुष्य ही नहीं पशु पक्षियों की हालत भी खराब हो रही है। ठंड से बचने के लिए लोग अपने घरों में रजाइयों में दुबके रहते हैं। घरों से बाहर निकलने से पहले ठंड से बचाव के लिए कई-कई गर्म कपड़े डालने पड़ रहे हैं। इतने प्रबंधों के बावजूद शरीर ठंड से कांप रहे हैं। हाथ-पांव लगातार ठंडे रहने से दैनिक काम काज निपटाने तक में परेशानी हो रही है। मोटरसाइकिल चालकों की तो ठंड ने हालत खराब कर रखी है। दस्ताने और गर्म कपड़े पहनने के बावजूद ठंड से बचाव नहीं हो रहा है। कुछ किलोमीटर की दूरी तय करने पर भी मोटरसाइकिल चालकों को कंपकंपी चढ़ रही है।
सड़कों के किनारे राहगीर जगह-जगह अलाव सेंककर ठंड से बचने के प्रयास कर रहे हैं। पशुपालकों ने अपने पशुओं को भी ठंड से बचाने के लिए पर्याप्त प्रबंध कर रखे हैं। पशु पालक अपने पशुओं के मकानों में अंगीठी जलाकर ठंड कम करने के प्रयास में जुटे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में जीना हुआ मुहाल
इस्माईलाबाद संवाद सहयोगी के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों में ठंड ने लोगों का जीना मुहाल किया हुआ है। दिनभर सूर्य के दर्शन न होने पर ठिठुरन भी बढ़ रही है। दोपहर बाद पश्चिमी हवाओं ने गति पकड़ी तो हाड़ कंपा देने वाली ठंड का कहर बरपने लगा है। पहाड़ी इलाके में इस बार बर्फबारी से मैदानी इलाके भी जमने को हैं। कोहरे के कारण पूरा दिन वृक्षों से पानी टपक रहा है। इससे दोपहिया वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। 21 जनवरी तक मौसम खुश्क और परिवर्तनशील रहने का अनुमान
कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. प्रद्युम्मन भटनागर ने कहा कि 21 जनवरी तक मौसम खुश्क और परिवर्तनशील रहने का अनुमान है। शीतलहर चलने से रात्रि तापमान में गिरावट होने की संभावना है। हवा में नमी की मात्रा अधिक होने से सुबह और शाम को धुंध रहेगी। शीतलहर से पाला भी पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि फसलों को पाले से बचाने के लिए आलू, टमाटर, मिर्च, बैंगन तथा छोटे फलदार पौधों व नर्सरी के बचाव के लिए हल्की सिचाई करें। इससे जमीन का तापमान बढ़ेगा। इसके साथ ही हवा का रुख देखते हुए घास-फूस का धुंआ करें, ताकि खेत का तापमान बढ़ सके।