छात्र नेताओं ने स्पष्ट किए इरादे, खाना और सुरक्षा होंगे प्राथमिकता
पंकज आत्रेय, कुरुक्षेत्र: कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय विद्यार्थी परिषद के नवनिर्वाचित अध्यक्ष और उपाध्यक्ष ने अपने इरादे स्पष्ट कर दिए हैं। अध्यक्ष ओमकार चौहान ने छात्रावासों में सुरक्षा के मुद्दे पर ¨चता जताई तो उपाध्यक्ष नमिता नांदल ने छात्राओं को छात्रों के बराबर सुविधा और हक दिलाने का ऐलान कर दिया। लड़कों और लड़कियों दोनों ही छात्रावासों में खाने की गुणवत्ता सबसे बड़ा मुद्दा बन रहा है।
पंकज आत्रेय, कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय विद्यार्थी परिषद के नवनिर्वाचित अध्यक्ष और उपाध्यक्ष ने अपने इरादे स्पष्ट कर दिए हैं। अध्यक्ष ओमकार चौहान ने छात्रावासों में सुरक्षा के मुद्दे पर ¨चता जताई तो उपाध्यक्ष नमिता नांदल ने छात्राओं को छात्रों के बराबर सुविधा और हक दिलाने का ऐलान कर दिया। लड़कों और लड़कियों दोनों ही छात्रावासों में खाने की गुणवत्ता सबसे बड़ा मुद्दा बन रहा है। ओमकार चौहान की ¨चता
- चुनाव का विरोध करने वालों से खतरा है। हार के बाद वे छात्रावासों में घुसपैठ करके कुछ भी कर सकते हैं।
- पहले ही छात्रावासों में आउटसाइडर रहते हैं। इससे पढ़ाई का माहौल नहीं बन रहा। सुरक्षा की ज्यादा जरूरत है।
- विश्वविद्यालय में प्राध्यापकों के पद बड़ी संख्या में खाली पड़े हैं। नियम के अनुसार इन्हें भरवाने के प्रयास किए जाएंगे ताकि पढ़ाई प्रभावित न हो।
- छात्रावासों में खाने की गुणवत्ता सही नहीं है। इसमें सुधार की जरूरत है।
- कैंपस और छात्रावासों में वाई-फाई कनेक्टिविटी समुचित नहीं है। नमिता नांदल का एजेंडा
- खुद ही छात्रा हूं तो उनकी समस्याएं समझती हूं। छात्रावासों में प्रवेश साढ़े छह बजे के बाद नहीं होता। इसे बढ़वाया जाएगा। जब 24 घंटे गार्ड तैनात रहते हैं तो पाबंदी क्यों।
- लड़कों के छात्रावासों में री¨डग हाल रात भर खुला रहता है। लड़कियों के छात्रावास में 10 बजे तक ही क्यों।
- छात्राओं को खाने पर हर माह अलग से 530 रुपये सर्विस चार्ज देना पड़ रहा है। इसे बंद कराएंगे।
- छात्रावासों में खाने की गुणवत्ता खराब है। इसे सुधारा जाएगा।
- विश्वविद्यालय का परीक्षा तंत्र लचर है। इसमें सुधार की जरूरत है।
- हर छात्रावास में जाकर एक-एक छात्रा से बात करके एजेंडा तैयार किया जाएगा। उसे कुलपति को सौंपकर लागू कराएंगे। कुलपति बोले, युवा पीढ़ी आगे आई
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. कैलाश चंद्र शर्मा का कहना है कि 22 वर्ष बाद विश्वविद्यालय व कॉलेजों में छात्र संघ के चुनाव करवाकर सरकार ने युवा पीढ़ी को आगे बढ़ाने का काम किया है। इससे विभिन्न विभागों के मेहनती व कर्मठ विद्यार्थियों को युवाओं का नेतृत्व करने का मौका मिला है। यूनिवर्सिटी कैंपस स्टूडेंट्स कौंसिल के चुनाव से विश्वविद्यालय में एक सकारात्मक उर्जा का संचार होगा व विद्यार्थियों की भागीदारी अब पहले से अधिक होगी