सीखने के लिए दृढ़ इच्छा बहुत जरूरी : प्रो. लैहल
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के वाणिज्य विभाग में मानव संसाधन विकास केंद्र के सहयोग से चल रहे रिफ्रेशर कोर्स में बुधवार को पंजाबी विश्वविद्यालय पटियाला के डिपार्टमेंट ऑफ अप्लाइड मैनेजमेंट की प्रो. रितु लैहल ने विशेषज्ञ की भूमिका निभाते हुए प्रतिभागियों को अनुभूति की धारणा से अवगत करवाया।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के वाणिज्य विभाग में मानव संसाधन विकास केंद्र के सहयोग से चल रहे रिफ्रेशर कोर्स में बुधवार को पंजाबी विश्वविद्यालय पटियाला के डिपार्टमेंट ऑफ अप्लाइड मैनेजमेंट की प्रो. रितु लैहल ने विशेषज्ञ की भूमिका निभाते हुए प्रतिभागियों को अनुभूति की धारणा से अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि व्यक्तियों की अनुभूति उनकी आयु, संस्कृति, सामाजिक व्यवस्था, आय स्तर, पृष्ठभूमि आदि से प्रभावित होता है। उन्होंने बताया कि एक व्यक्ति की स्थिति और लगातार अनुभव का असर उसकी अनुभूति पर पड़ता है। एक व्यक्ति अपने जीवनकाल में हमेशा सीखता रहता है। प्रो. ऋतु ने प्रतिभागियों को बताया कि मनुष्य के सीखने की कोई उम्र और सीमा नहीं होती। अगर आपके पास दृढ़ इच्छा शक्ति है तो आप कुछ भी किसी भी उम्र में कहीं से भी सीख सकते हो। उन्होंने कहा कि सीखने के लिए ²ढ़ इच्छा का होना बहुत जरूरी है। उन्होंने आत्मबोध के बारे में प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि एक व्यक्ति के जीवन में आत्मबोध का बहुत महत्व है। आत्मबोध के बिना अनुभूति सम्भव नहीं है। एक इंसान की दृढ़ शक्ति तथा दृ़ढ़ निश्चय उसके आत्म सम्मान को निर्धारित करते हैं।
कार्यक्रम में एक प्रश्नावली के माध्यम से प्रतिभागियों के आत्म सम्मान के स्तर को मापा गया। पहले तकनीकी सत्र में प्रतिभागियों ने विशेषज्ञ के साथ विचार-विमर्श किया। दूसरे सत्र में पंजाबी विश्वविद्यालय पटियाला के प्रो. गुरचरन सिंह ने बिजनेस गेम के बारे में चर्चा करते हुए गेम के माध्यम से निर्णय लेने, कम्यूनिकेशन की महत्ता, टीम बिल्डिग तथा नेतृत्व के विषय को समझाया।
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