सड़कें बनी जी का जंजाल, कोई नहीं कर रहा संभाल
जागरण संवाददाता कुरुक्षेत्र पिछले कई सालों से शहर भर की सड़कें वाहन चालकों के जी का जंजाल बनी हुई हैं।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :
पिछले कई सालों से शहर भर की सड़कें वाहन चालकों के जी का जंजाल बनी हुई हैं। शहर की मुख्य सड़क से लेकर कॉलोनियों के बीचों-बीच बनी गलियां भी खस्ता हाल हो रही हैं। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के सेक्टरों में तो पिछले कई सालों से सड़कों की कोई सुध ही नहीं ले रहा है। ऐसे में लोगों को गलियों से निकलकर अपने घरों तक पहुंचने में ही बड़े झटके खाने पड़ रहे हैं। कुछ ऐसे ही हालात कुरुक्षेत्र शहर की मुख्य सड़क के भी बने हुए हैं। सड़कों पर बने बड़े-बड़े गड्ढों में झटके खा रहे लोगों को संभालने वाला भी कोई नहीं है।
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एचएसवीपी के सेक्टरों में गंभीर हुई समस्या
कुरुक्षेत्र में एचएसवीपी के आठ सेक्टर हैं। इन सेक्टरों में ज्यादातर सड़कों की हालत दयनीय है। एचएसवीपी और नगर परिषद के बीच लेन-देन के बीच में फंसे इन सेक्टरों की सड़कों की सालों से किसी ने सुध नहीं ली है। ऐसे में प्राधिकरण की ओर से सड़कों की मुरम्मत तक नहीं की गई और नप के अधिकारी पूरी तरह से जिम्मेदारी ना मिलने की बात कहकर पल्ला झाड़ते रहे। जिम्मेदारियों से बचते इन अधिकारियों की कार्यप्रणाली के चलते सेक्टरो में सड़कों के हालात इतने बदतर हो गए कि लोगों को पैदल तक चलना मुश्किल हो गया है।
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डीसी कार्यालय पर धरना देकर भी हारे सेक्टरवासी सड़कों की हालत में सुधार ना होने के चलते सेक्टर आठ के निवासियों ने तो कई बार डीसी कार्यालय पर प्रदर्शन भी किया। इसके लिए अलावा कई अन्य सेक्टरों ने डीसी को पत्र लिखकर अधिकारियों को गुहार लगाई, लेकिन हालात में सुधार नहीं हो पाया। सेक्टर चार वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. मुरारी लाल सैनी, सेक्टर 30 के प्रधान महेंद्र सिंह, सेक्टर आठ से सुल्तान सिंह ने कहा कि सेक्टरों की सड़कों की कोई सुध नहीं ले रहा है। सड़कों के हालात खेतों में बने कच्चे रास्तों से भी बदतर हो गए हैं।
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मुख्य सड़क को चौड़ा करने का काम भी धीमा कई सालों से कुरुक्षेत्र से सहारनपुर जाने वाली सड़क को चौड़ा करने का काम चल रहा है। लेकिन इसकी धीमी गति होने के चलते यह हादसों का कारण बन रही है। कुछ ऐसी ही हालत कैथल से कुरुक्षेत्र पहुंचने वाली सड़क की भी है। सड़क को चौड़ा करने के लिए इसके किनारे खोदे गए हैं, लेकिन इन खोदे गए गड्ढों को भरने में समय लग रहा है। वाहनों के दबाव के चलते यह सड़क दोपहिया वाहन चालकों के लिए जानलेवा बनी हुई हैं।
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कई अच्छी सड़कें चढ़ी अधिकारियों की कार्यप्रणाली की भेंट शहर भर में कई सड़कें तो ऐसी हैं जो टूटी होने के कारण लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही हैं। लेकिन शहर में कई सड़कें ऐसी भी हैं जो अधिकारियों की कार्यप्रणाली की भेंट चढ गई हैं। इनमें लघु सचिवालय की ओर जाने वाली मुख्य सड़क भी शामिल है। यह शहर की मुख्य सड़क है और इसी सड़क पर डीसी और एसपी की निवास भी हैं। इस अच्छी खासी सड़क को दो साल पहले अधिकारियों ने सीवरेज दबाने के लिए उखाड़ दिया था, जबकि इस पक्की सड़क के दोनों ओर 30-30 फुट जगह खाली पड़ी थी। सड़क की जगह में सीवरेज दबाने और मेन हॉल बनाए जाने पर अब यह सड़क भी खराब हो गई है। कई जगह यह मेन हॉल सड़क से ऊंचे हुए हैं तो कई जगह लाइन बैठने से गड्ढे पड़े रहते हैं। अधिकारियों की कार्यप्रणाली के चलते कुछ ऐसे ही हालात झांसा रोड और अमीन रोड पर भी बने हुए हैं।
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सैनी समाज धर्मशाला के सामने ही सड़क से निकलना हुआ मुश्किल शहर की मुख्य सड़क गुलजारी लाल नंदा मार्ग की हालत इतनी खस्ता है कि सैनी समाज धर्मशाला के सामने सड़क से निकलना ही मुश्किल हो रहा है। सड़क पर बने बड़े गड्ढों से दुपहिया वाहन चालकों ना निकलना मुश्किल हो रहा है।