श्रीकृष्णा आयुष विवि ने एक नंबर का ग्रेस मार्क्स देगा, पहले आधा देता था
कुरुक्षेत्र। श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय ने सोमवार को कार्यकारिणी परिषद की तीसरी बैठक में ग्रेस मार्क्स को आधे से बढ़ाकर एक अंक करते हुए विद्यार्थियों से जुड़े कई अहम मुद्दों पर मुहर लगा दी
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :
श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय ने सोमवार को कार्यकारिणी परिषद की तीसरी बैठक में ग्रेस मार्क्स को आधे से बढ़ाकर एक अंक करते हुए विद्यार्थियों से जुड़े कई अहम मुद्दों पर मुहर लगा दी। विवि के अंतर्गत आने वाले 10 से ज्यादा कालेजों के 500 विद्यार्थियों को पुनर्मूल्यांकन का भी मौका दिया है। रोहतक स्थित पंडित भागवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने के दौरान बीएएमएस व बीएचएमएस के विद्यार्थियों को पुनर्मूल्यांकन का मौका नहीं मिलता था। इन मुद्दों के साथ विवि ने ऑनलाइन ईसी की बैठक में 32 में से 31 एजेंडों पर चर्चा की, जिन्हें सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से पास कर दिया। इसके साथ ही विवि ने इस वर्ष 30 करोड़ का बजट रखा है। विवि ने 89.66 लाख रुपये का सोलर पॉवर प्लांट भी लगाया है, जिससे विवि प्रतिदिन 800 यूनिट पैदा करके 20 से 22 लाख रुपये की हर माह बचत होगी।
श्रीकृष्णा राजकीय आयुर्वेदिक कालेज को मिले नियमित प्राचार्य
कार्यकारिणी परिषद की बैठक में वैसे तो कई अहम फैसलों पर सोमवार को मुहूर लगाई है। मगर इनमें से एक सबसे अहम फैसला श्रीकृष्णा राजकीय आयुर्वेदिक कालेज में नियमित प्राचार्य मिलने के साथ हुआ। कालेज को डेढ़ साल के बाद नियमित प्राचार्य के रूप में डा. देवेंद्र खुराना मिले हैं। हालांकि वरिष्ठता के अनुसार वही प्रिसिपल का कार्यकारी प्राचार्य के तौर पर कार्यरत थे। मगर सोमवार को सर्च कमेटी का बंद लिफाफा ईसी की बैठक में खोला गया, जिसमें डा. देवेंद्र खुराना को प्राचार्य पद के लिए पदोन्नत घोषित कर दिया गया। इसी साल शुरू होगा पंचकर्मा कोर्स
विवि इसी साल एक साल का पंचकर्मा ट्रेनिग सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करने जा रही है। इसकी स्वीकृति भी ईसी की बैठक में मिल गई। हालांकि इसके नाम को लेकर पिछली बैठक के साथ इस बार भी चर्चा रही। ईसी के सदस्य एवं आयुष निदेशक डा. सतपाल ने बात रखी कि जो पद निकाले जाने हैं उनमें पंचकर्मा थैरेपिस्ट और टेक्नीशियन का नाम दिया गया है। जबकि विवि ने एक साल के पंचकर्मा कोर्स को पंचकर्मा ट्रेनिग सर्टिफिकेट कोर्स नाम दिया है। इस पर अंतिम निर्णय आयुष के अधिकारियों से बातचीत के बाद होगा। मगर कोर्स शुरू करने का एजेंडा भी पास हो गया।
जो विवि में नहीं आना चाहते उन्हें डेपुटेशन पर लाकर सरकारी स्टेटस ही दिया जाएगा
वीसी डा. बलदेव धीमान ने बताया कि कुछ शिक्षकों ने विवि में मर्ज होने का विरोध किया है तो विवि सरकार से इस विषय में बात कर रही है और उन शिक्षकों को डेपुटेशन पर विवि में ले लिया जाएगा। ऐसे शिक्षकों का सरकारी स्टेटस ही रहेगा। वर्चुअल बैठक में ये रहे शामिल
वीसी डा. बलदेव धीमान, रजिस्ट्रार डा. अनिल शर्मा, प्रिसिपल डा. देवेंद्र खुराना, आयुर्वेदिक कालेज के प्रोफेसर डा. शंभुदयाल शर्मा, आयुष निदेशक डा. सतपाल, रामदास मगनती, प्रोफेसर सुरेंद्र गाखड़ व जगदीप सिंह वर्चुअल बैठक में मौजूद रहे।