सोए भाग्य को जगाती है श्रीमछ्वागवत : निरंजन देव
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : नरकातारी रोड स्थित जयनारायण संस्कृत वेद विद्यालय में सात दिवसीय श्रीम
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : नरकातारी रोड स्थित जयनारायण संस्कृत वेद विद्यालय में सात दिवसीय श्रीमछ्वागवत महापुराण ज्ञानयज्ञ अनुष्ठान में ब्रह्मलीन गुरुदेव पंडित कलीराम वेदाचार्य परिवार के सदस्यों, शिष्यों एवं शुभ¨चतकों ने सर्वदेव एवं भागवत पूजन में भक्तिभाव से भाग लिया। श्रद्धालुओं द्वारा कथावाचक आचार्य निरंजन देव (अयोध्या वाले) को तिलक किया गया। इससे पूर्व सुबह पंडित राम उजागर चतुर्वेदी (अमृतसर वाले) ने श्रीराम कथा सुनाई। कथावाचक निरंजन देव ने श्रीमछ्वागवत महापुराण की महिमा बहुत ही सरल शब्दों में विस्तार से सुनाई। उन्होंने कहा कि जहां कहीं भी भागवत जी का आयोजन होता है, वह स्थान एक तीर्थ का रूप ले लेता है। भागवत कथा सुनने को देवता भी लालायित रहते हैं। देवभूमि भारत की पवित्र माटी में रहकर भी जो मनुष्य इस पावन कथा को श्रवण नहीं कर पाते, उनका जीवन ही व्यर्थ है। श्रीमछ्वागवत में जीवन की अनेक समस्याओं का समाधान है। यदि मनुष्य भागवत की शिक्षाओं पर अमल करे तो उसके जीवन में कोई भी समस्या ठहर नहीं सकती। उन्होंने कहा कि भागवत सोए हुए भाग्य को जगाती है। प्रवचनों के बीच-बीच में मधुर भजन सुनाए गए। भागवत पूजन और राम आरती में मुख्य यजमान गुरुमाता शीला देवी, ऋत्विक वत्स, वेदिका, पूजा शर्मा, बात्ता से दिनेश शास्त्री, कैथल से देव शर्मा, सोनीपत से विष्णु शर्मा, रमेश, मोहित भारद्वाज दूबे, सूर्यदेव शर्मा, अमित मौदगिल और ¨वध्य प्रकाश पांडेय सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल रहे।