जयराम विद्यापीठ में समाज कल्याण के काम
श्री गीता के जन्मोत्सव को भव्य आकर्षक और विशाल स्वरूप प्रदान करने के लिए श्री जयराम गीता जयंती आयोजन समिति के सदस्यों की बैठक जयराम संस्थाओं के अध्यक्ष ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी की अध्यक्षता में हुई।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : श्री गीता के जन्मोत्सव को भव्य आकर्षक और विशाल स्वरूप प्रदान करने के लिए श्री जयराम गीता जयंती आयोजन समिति के सदस्यों की बैठक जयराम संस्थाओं के अध्यक्ष ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी की अध्यक्षता में हुई। बैठक में गीता जयंती आयोजन समिति के सदस्यों के साथ विचार-विमर्श कर ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी ने कहा कि 1991 से जयराम विद्यापीठ द्वारा नियमित रूप से हरवर्ष श्री गीता जयंती महोत्सव पर भव्य और आध्यात्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा है। उन्होंने गीता जयंती महोत्सव 2019 को और भी अधिक भव्यए आकर्षक एवं विशाल स्वरूप प्रदान करने के लिए योजना को अंतिम रूप देने के लिए कहा। ब्रह्मचारी ने कहा कि गीता जयंती महोत्सव केवल एक सप्ताह के कार्यक्रमों तक नहीं सिमटना चाहिए, बल्कि जयराम विद्यापीठ में भगवान श्री कृष्ण द्वारा दिए गए गीता के कर्म के संदेश के अनुसार पूरा वर्ष जनहित तथा समाज कल्याण के कार्य होने चाहिएं। ब्रह्मचारी ने वर्ष में चार बड़े तथा अन्य साप्ताहिक एवं मासिक गीता को सर्मिपत कार्यक्रमों के लिए दिशा निर्देश जारी किए। ब्रह्मचारी ने कहा कि कुरुक्षेत्र में ऐसी योजनाओं और कार्यक्रमों को स्वरूप प्रदान करना चाहिए कि कुरुक्षेत्र में भी प्रतिदिन मथुरा, वृंदावन, हरिद्वार-वैष्णों देवी इत्यादि तीर्थ स्थानों की भांति हजारों लाखों श्रद्धालुओं का देश विदेश से आगमन हो। इससे कुरुक्षेत्र के हजारों युवाओं को रोजगार मिलेगा और उनकी धर्म के प्रति आस्था बढ़ेगी। 19 नवंबर को भूमि पूजन
ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी ने बताया कि गीता जयंती महोत्सव 2019 के शुभारंभ के लिए 19 नवंबर को संत महापुरुषों के सानिध्य में विद्वान ब्राह्मणों और ब्रह्मचारियों की ओर से विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ भूमि पूजन होगा। इस मौके पर डीसी डॉ. एसएस फुलिया मुख्य अतिथि होंगे। डीसी इस मौके पर भूमि पूजन के उपरांत विश्वास और आस्था का खूंटा गाड़कर हरवर्ष की भांति विधिवत गीता जयंती महोत्सव 2019 के शुभारम्भ की परम्परा पूर्ण करेंगे।