सोशल मीडिया ने भारतीय पत्रकारिता को सुदृढ़ किया: प्रो.बिदु शर्मा
तकनीकी के दौर में सोशल मीडिया ने लोगों को अपने विचारों को सशक्त रूप से रखने की आजादी दी दी जिससे वे समाज एवं देश की हर छोटी-बड़ी बहसों पर अपना पक्ष-विपक्ष रखते हुए भारतीय लोकतंत्र में प्रदान की गई व्यक्ति एवं प्रेस की स्वतंत्रता को सुदृढ़ बनाने में अहम रोल अदा कर सके।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : तकनीकी के दौर में सोशल मीडिया ने लोगों को अपने विचारों को सशक्त रूप से रखने की आजादी दी दी, जिससे वे समाज एवं देश की हर छोटी-बड़ी बहसों पर अपना पक्ष-विपक्ष रखते हुए भारतीय लोकतंत्र में प्रदान की गई व्यक्ति एवं प्रेस की स्वतंत्रता को सुदृढ़ बनाने में अहम रोल अदा कर सके। ये कहना है जनसंचार एवं मीडिया प्रौद्योगिकी संस्थान की निदेशिका प्रो. बिदु शर्मा का। वे राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस पर संस्थान के सेमिनार हॉल में बतौर मुख्यवक्ता विद्याíथयों को संबोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि विविधताओं से भरे भारत में सूचनाओं का विस्तार जितना भी हो कम है, क्योंकि सूचनाओं के आदान-प्रदान से देश विकास की ओर अग्रसर होगा। प्राध्यापक डॉ.अशोक शर्मा ने कहा कि पत्रकारिता दिवस पर उन महान पत्रकारों का स्मरण करना चाहिए जिनके अथक प्रयासों से भारतीय प्रेस यहां तक पहुंची है। उन्होंने भारतवर्ष की आजादी में प्रेस के माध्यम से लंबी लड़ाई लड़ी है, उनकी प्रेरणा से ही आजादी के बाद वर्तमान में एक लाख से ज्यादा समाचार पत्रों एवं तीन सौ से अधिक टीवी न्यूज चैनल और चार सौ अधिक रेडियो स्टेशनों के माध्यम से सूचनाओं का आदान प्रदान हो रहा है। यह किसी भी लोकतांत्रिक देश में सबसे बड़ी बात है। इस अवसर पर डॉ.बंसीलाल, डॉ.अभिनव, डॉ.तपेश किरण, डॉ.रोशनलाल, राहुल अरोड़ा, विनीत, सुनिता, अर्पणा, रितु उपस्थित रहे।