चुनावों पर अड़ी कुंटिया, तनातनी के बीच बुलाई आम सभा
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में कर्मचारी हितों को लेकर चले आंदोलनों से शुरू हुई तनातनी के बीच कुंटिया चुनावों पर अड़ गई है। विवि प्रशासन की ओर से परमिशन ना दिए जाने पर कुंटिया ने सर्व कर्मचारी संघ को चुनाव करवाने की जिम्मेदारी सौंपी है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में कर्मचारी हितों को लेकर चले आंदोलनों से शुरू हुई तनातनी के बीच कुंटिया चुनावों पर अड़ गई है। विवि प्रशासन की ओर से परमिशन ना दिए जाने पर कुंटिया ने सर्व कर्मचारी संघ को चुनाव करवाने की जिम्मेदारी सौंपी है। ऐसे में सोमवार को कुंटिया कार्यकारिणी की बैठक बुलाकर चुनाव शेड्यूल तक तैयार कर लिया गया है। अब इस चुनाव शेड्यूल पर अंतिम मोहर लगाने के लिए मंगलवार दोपहर को आम सभा बुलाई गई है। आम सभा की बैठक के बाद चुनावी शेड्यूल का एलान कर दिया जाएगा। गत वर्ष इसी तनातनी के चलते कुंटिया कार्यकारिणी के चुनाव नहीं हो पाए थे और कर्मचारियों को सर्वसम्मति से कार्यकारिणी का गठन करना पड़ा था।
कुंटिया कार्यकारिणी ने 27 जनवरी को बैठक कर चुनावी शेड्यूल जारी किया था। इस शेड्यूल के अनुसार 29 जनवरी तक सदस्य बनाए जाने का समय दिया गया था। इसके बाद सात फरवरी को संशोधित मतदाता सूची जारी करने और 10 फरवरी से नामांकन पत्र दाखिल करने का समय तय किया गया था। प्रक्रिया पूरी होने पर 19 फरवरी को मतदान का समय तय किया गया था। इसके लिए विवि प्रशासन को पत्र लिखा गया था। लेकिन विवि प्रशासन ने कई दिनों बाद वर्किंग डे में चुनाव करवाने से इंकार कर दिया था।
सालों से कुवि प्रशासन ही करवा रहा चुनाव
पिछले कई सालों से विवि प्रशासन के अधिकारी ही कुंटिया का चुनाव संपन्न करवाते आ रहे हैं। कुंटिया चुनाव में विवि के शिक्षक वर्ग से चुनाव अधिकारी लगाया जाता रहा है इसी तरह कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के चुनावों में गैर शिक्षक वर्ग से चुनाव अधिकारी बनते रहे हैं। गत वर्ष विवि प्रशासन की ओर से चुनाव अधिकारी सहित अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर मुहैया करवाने से इंकार कर दिया गया था। ऐसे में एन मौके पर सर्वसम्मति से कुंटिया कार्यकारिणी का गठन करना पड़ा था।
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कार्यकारिणी ने किया पास, अब आम सभा में रखा जाएगा शेड्यूल
कुंटिया प्रधान सुनील कक्कड़ ने बताया कि एसकेएस के हामी भरने के बाद सोमवार को कार्यकारिणी ने नए चुनावी शेड्यूल पर सहमति जताई है। अब इस शेड्यूल को मंगलवार को बुलाई गई आम सभा में सभी सदस्यों के सामने रखा जाएगा। इसी आम सभा में शेड्यूल की घोषणा कर दी जाएगी। गैर शिक्षक कर्मचारी भी विश्वविद्यालय के कर्मचारी हैं। ऐसे में उनके साथ इस तरह का व्यवहार सही नहीं है।