बहनों ने किया भाइयों का तिलक
जिलेभर में भाई बहन के स्नेह का त्योहार भैया दूज श्रद्धापूर्वक मनाया गया। बहनों ने भाइयों को तिलक करके उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। भाइयों ने भी अपनी बहनों को उपहार देकर खुशियों को दोगुना कर दिया।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : जिलेभर में भाई बहन के स्नेह का त्योहार भैया दूज श्रद्धापूर्वक मनाया गया। बहनों ने भाइयों को तिलक करके उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। भाइयों ने भी अपनी बहनों को उपहार देकर खुशियों को दोगुना कर दिया। दिन भर बाजारों में रौनक रही। भाई अपनी बहनों के घर पहुंचे। इसके चलते बसों में भी भीड़ रही। बहनों ने मंदिरों में पहुंचकर अपने भाइयों के लिए पूजा की। भाई और बहनों ने तिलक करते और कराने की फोटो अपने सोशल मीडिया पर शेयर की और अपने-अपने अंदाज में अपनी बहनों के प्रति अपने स्नेह को जाहिर किया।
शास्त्रों में भैया दूज को यम द्वितीय भी कहा जाता है। पौराणिक कथनानुसार इस दिन भगवान यमराज ने अपनी बहन यमुना को दर्शन दिया था, जो बहुत दिनों से उनसे मिलने के लिए व्याकुल थी। अपनी घर भाई के आगमन से यमुना बहुत खुश हुई और भाई का स्वागत किया। यमराज ने यमुना को वरदान दिया कि इस दिन जो भी भाई बहन के घर जाकर उससे तिलक लगवाएगा और उसके हाथों का बना भोजन खाएगा, उसकी आयु बढ़ेगी। तभी से यह भैया दूज मनाने की प्रथा की शुरुआत हुई। जेल में भैया दूज पर्व मनाया गया
जिला जेल में जेल प्रशासन की तरफ से भैया दूज के पर्व को मनाने के लिए विशेष प्रबंध किए गए थे। जेल प्रशासन द्वारा इस पर्व को मनाने के लिए सुरक्षा के बीच बहनों और भाई मिले। बहनों ने भाइयों को तिलक किया व मिठाई भी खिलाई। नहीं दिखे पुख्ता प्रबंध
भैया दूज पर बसों में दिन भर भीड़ रही। सवारियां बसों के पीछे दौड़ती रही। खासकर पिपली बस स्टैंड पर सवारियों को बसों में चढ़ने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। बस अड्डे में भी इतनी भीड़ थी कि सवारियों को बस में चढ़ने के लिए धक्का मुक्की से गुजरना पड़ा।