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धरने को कुंटिया के पूर्व प्रधान समेत सिखों का समर्थन

संवाद सहयोगी, लाडवा : अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के बैनर तले जैनपुर जाटान में चल

By JagranEdited By: Published: Sat, 25 Feb 2017 05:50 PM (IST)Updated: Sat, 25 Feb 2017 05:50 PM (IST)
धरने को कुंटिया के पूर्व प्रधान समेत सिखों का समर्थन
धरने को कुंटिया के पूर्व प्रधान समेत सिखों का समर्थन

संवाद सहयोगी, लाडवा :

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अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के बैनर तले जैनपुर जाटान में चल रहे धरने के 28वें दिन समर्थनों का दौर चला। इसमें कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कर्मचारी संघ के पूर्व प्रधान बाबूराम गुप्ता के साथ-साथ महासचिव बलजीत ¨सह व सिख समाज से निशांबर ¨सह ने अपने साथियों सहित धरना धरना स्थल पर पहुंचकर अपने समर्थन का इजहार किया। धरने की अध्यक्षता भी बलजीत ¨सह एडवोकेट द्वारा की गई। वहीं कुंटिया के पूर्व प्रधान मान ¨सह गुढ़ा भी धरना देने पहुंचे। धरना स्थल पर संघर्ष समिति के मुख्य पदाधिकारियों में काला दिवस मनाने को लेकर लंबी मंत्रणा भी हुई और उसकी तैयारियों के बारे में विचार-विमर्श किया गया। इसके अलावा उन पदाधिकारियों द्वारा आगामी रणनीति की जानकारी भी प्रदान की जो जसिया में बृहस्पतिवार को हुई बैठक में शामिल होने गए थे। संघर्ष समिति जिलाध्यक्ष बलदेव राठी की अगुवाई में जसिया में हुई बैठक में शामिल होने के बाद लौटे मिहां ¨सह जैनपुर, प्रीतपाल धनौरा, जगमाल हलालपुर ने साफ कर दिया कि भाजपा सरकार नहीं चाहती की जाटों से कोई समझौता हो। पड़ौसी राज्यों में ज्यों-ज्यों चुनाव संपन्न हो रहे हैं, भाजपा नेताओं के सुर फिर से बदलने लगे हैं। यहीं कारण है कि सांसद राजकुमार सैनी को पहले चुप कराकर रखा गया और अब फिर से उनको अनाप-शनाप बोलने की आजादी दे दी गई है, ताकि जाट समाज को विलेन बनाकर पेश किया जा सकें। इस अवसर पर प्रदेश सचिव आशीष फौजदार, साहब ¨सह, ज्ञान ¨सह ब्राहण, ज्ञान चंद भूतमाजरा, जस्सी बरोट, कुलतार बाबैन, रणबीर नांदल, मांगेराम बुढ़ा, सियाराम जैनुपर, नंद राम, मनोज नांदल, रामप्रसाद, स¨लद्र जैनपुर, सतपाल नंबरदार, बालकिशन हैबतपुर, ईश्वर ¨सह हैबतपुर, मेहर ¨सह जैनपुर, गुलाब किरमिच, अमित मथाना, कर्ण ¨सह, समेत भारी संख्या में महिलाएं भी मौजूद रही।

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एक सांसद नहीं तोड़ सकता 36 बिरादरी का भाईचारा: बलजीत

कुंटिया के पूर्व महासचिव एवं हविपा, कांग्रेस में अहम पदों पर कार्य कर चुके बलजीत ¨सह एडवोकेट ने धरने की अध्यक्षता करते हुए कहा कि एक सांसद 36 बिरादरी का भाईचारा नहीं तोड़ सकता है। उन्होंने कहा कि जाट समाज को आरक्षण मिला चाहिए, क्योंकि यह समाज भी आर्थिक व शैक्षणिक तौर पर पिछड़ा हुआ है। उन्होंने साफ किया कि 36 बिरादरी जाटों के साथ हैं और जो लोग जाटों का विरोध कर रहे हैं, उनका इस प्रदेश के लिए जाटों के योगदान के बारे में बताने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में जाट समाज के समर्थन के बिना कोई भी पार्टी सत्ता तक नहीं पहुंच सकती है, ऐसे में उनको उनका हक दिया जाना चाहिए।

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एक जाति को जलील कर सत्ता सुख नहीं भोग सकती भाजपा: गुप्ता

कुंटिया के पूर्व प्रधान बाबु राम गुप्ता ने आंकड़े पेश करते हुए कहा कि जो भी सरकार आई उसने हमेशा जाट समाज को हल चलाने व सीमा पर बंदूक उठाने के ही काबिल समझा है। उनको शिक्षा व आर्थिक रूप से मजबूत करने का काम किसी ने नहीं किया। उन्होंने कहा कि शिक्षा की कमी के चलते आज भी उच्च पदों पर इस समाज के कम ही लोग हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा इस प्रदेश में जाटों को कुछ तो उत्तर प्रदेश में कुछ बोल रही है। इससे साफ है कि भाजपा फूट पाओ और राज करों की राजनीति कर रही है। उन्होंने अपना समर्थन देते हुए कहा कि शांतिपूर्ण संघर्ष जारी रखें, जिसमें सभी बिरादरियां उनके साथ हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार जाट समाज को बार-बार जलील करने का काम कर रही है, लेकिन भाजपा को पता होना चाहिए कि शासन किसी भी बिरादरी को जलील करके नहीं चला करते हैं। उन्होंने कहा कि जाट समाज के लोगों की कुर्बानी व्यर्थ नहीं जाएगी और सरकार को उनका हक देना ही पड़ेगा।

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जाट समाज का संयम काबिले तारीफ : ¨सह

अपने साथियों सहित सिख समाज से समर्थन देने पहुंचे निशांबर ¨सह ने कहा कि शांतिपूर्ण धरने में सिख समाज पूरी तरह से जाटों के साथ है। उन्होंने धरना दें रहे लोगों की हिम्मत की दाग देते हुए कहा कि इतनी ठंड के बावजूद जिस पर से संयमित होकर जाट समाज के लोग 36 बिरादरी का भाईचारा कायम रखते हुए धरना दे रहे हैं, वह काबिले तारीफ है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री यदि एक बार इस बरगद के पेड़ के नीचे आ जाए तो आरक्षण दिए बिना न जाए। उन्होंने सरकार से कहा कि वह जाट समाज के संयम का इम्तेहान न ले और जल्द से जल्द जाट समाज की मांगों को पूरा कर इस मामले का निपटारा करें।


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