रामलीला में दिखाई श्रवण कुमार लीला
श्री लक्ष्मी रामलीला ड्रामाटिक क्लब विष्णु कालोनी की ओर से पुराना बस अड्डा के समीप शहीद मदन लाल ढींगडा पार्क में करवाई जा रही श्री राम लीला के दूसरे दिन कलाकारों ने कैलाश टक्कर रावण वेदवती संवाद और श्रवण लीला का भव्य दृश्यावली के साथ मंचन किया।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : श्री लक्ष्मी रामलीला ड्रामाटिक क्लब विष्णु कालोनी की ओर से पुराना बस अड्डा के समीप शहीद मदन लाल ढींगडा पार्क में करवाई जा रही श्री राम लीला के दूसरे दिन कलाकारों ने कैलाश टक्कर, रावण वेदवती संवाद और श्रवण लीला का भव्य दृश्यावली के साथ मंचन किया। इस मौके पर समाजसेवी दर्शन पाहवा मुख्यातिथि रहे। उनके साथ कश्मीरी लाल परुथी ने भी शिरकत की।
क्लब के प्रधान मास्टर सुंदर लाल ने कहा कि रामलीला के माध्यम से हमें यह सीख मिलती है कि हमें समाज में कैसा व्यवहार करना चाहिए। रामायण का सार है कि हे मानव तू राम बन रावण न बन, राम सी पूजा हो तेरी ऐसा तू इंसान बन, पुरुष हो तो राम जैसा नारी हो तो सीता जैसी, भाई हो भरत व लक्ष्मण जैसा, पुत्र हो तो लवकुश जैसा और सेवक हो तो हनुमान जैसा। निर्देशक कुलवंत सिंह भट्टी ने कहा कि रामलीला एक धार्मिक मंच है न कि मनोरंजन का साधन। आज के समाज में कई विकृतियां आ गई है जिसे हमें रामायण से शिक्षा लेकर ठीक करना होगा। रामायण को यदि संपूर्ण रुप से समझा जाए तो यह हमें एक आदर्श इंसान बनने की प्रेरणा देती है। रामलीला के मंच पर महेंद्र ठाकुर ने वेदवती, गुलशन रतडा ने रावण, गोविद ने शिवजी, सुभाष सैनी ने नंदीगण, राजेश बंसल ने श्रवण कुमार, राजेंद्र वर्मा ने दशरथ, जितेंद्र धमीजा ने श्रवण की माता और कुलवंत सिंह भटठी ने श्रवण के पिता का अभिनय किया।