वैज्ञानिक ²ष्टिकोण ही शिक्षित की सही पहचान : आश्री
जिला शिक्षा अधिकारी अरुण आश्री ने कहा कि वैज्ञानिक दृष्टिकोण एवं तर्कशक्ति की शिक्षित व्यक्ति की सही पहचान है। शिक्षा का उद्देश्य ही विद्याíथयों इस प्रकार का दृष्टिकोण पैदा करना है कि वह किसी बात को तर्क व विज्ञान के आधार पर परखे और सही दिशा में आगे बढ़े। आज का युग विज्ञान व सूचना प्रौद्योगिकी का युग है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : जिला शिक्षा अधिकारी अरुण आश्री ने कहा कि वैज्ञानिक दृष्टिकोण एवं तर्कशक्ति की शिक्षित व्यक्ति की सही पहचान है। शिक्षा का उद्देश्य ही विद्याíथयों इस प्रकार का दृष्टिकोण पैदा करना है कि वह किसी बात को तर्क व विज्ञान के आधार पर परखे और सही दिशा में आगे बढ़े। आज का युग विज्ञान व सूचना प्रौद्योगिकी का युग है। संचार का विस्तार इतनी तेजी से हो रहा है कि पुरानी पीढ़ी के लोग इससे तारतम्य नहीं बिठा पा रहे हैं, लेकिन यह बड़ा सुखद आश्चर्य है कि नई पीढ़ी इन बदलावों के प्रति न केवल जागरूक है, बल्कि इनसे कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ रही है। जिला स्तरीय जवाहर लाल नेहरू विज्ञान, गणित एवं पर्यावरण प्रदर्शनी एवं प्रतियोगिता वीरवार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कुरुक्षेत्र में आयोजित की गई। छह श्रेणियों में विद्याíथयों ने अपने मॉडल प्रस्तुत किए और भविष्य के वैज्ञानिकों के इन मॉडल्स को देख निर्णायक भी प्रशंसा के बिना नहीं रह सके। प्रदर्शनी व प्रतियोगिता में जिला के सभी खंडों संपन्न हुई। कक्षा 9 से 12 की खंड स्तरीय प्रतियोगिता के विजेताओं ने भाग लिया। खंड शिक्षा अधिकारी विनोद कौशिक ने बताया कि सस्टेनेबल एग्रीकल्चर प्रेक्टिस श्रेणी में राजकीय विद्यालय हथीरा की तमन्ना ने पहला राजकीय विद्यालय गुढ़ा के प्रिस ने दूसरा और भौर सैदान के अजय सिंह ने तीसरा स्थान प्राप्त किया, जबकि स्वच्छता व स्वास्थ्य श्रेणी में हथीरा अंकुश ने पहला, राजकीय विद्यालय लाडवा के वरुण ने दूसरा और राजकीय विद्यालय देवदासपुरा की दीक्षा ने तीसरा स्थान प्राप्त किया । संसाधन प्रबंधन श्रेणी में राजकीय विद्यालय झांसा की पारुल ने पहला, त्यौडा की नेहा ने दूसरा वह चढूनी जाटान के जितेंद्र ने तीसरा स्थान प्राप्त किया, जबकि औद्योगिक विकास श्रेणी के विज्ञान मॉडल में बाबैन के अमन का मॉडल पहले, शाहाबाद के महेंद्र प्रताप में मॉडल दूसरे और हथीरा के मनोज का मॉडल तीसरे स्थान के लिए चुना गया। भविष्य के यातायात एवं संचार श्रेणी में बाबैन की दीपमाला में पहला, जलबेड़ा की महक ने दूसरा और लाडवा के अभिनंदन ने तीसरा स्थान प्राप्त किया गणित एवं शिक्षा मॉडलों की श्रेणी में हथीरा की मीना ने पहला, झांसा की राशि ने दूसरा और राजकीय विद्यालय पलवल के गौरव ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।