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महिला शिक्षक की बदौलत स्कूल को मिला पुरस्कार

संवाद सहयोगी इस्माईलाबाद कस्बे की साठ साल पुरानी राजकीय कन्या प्राथमिक पाठशाला को गुणवत्ता युक्त शिक्षा का पहली बार पुरस्कार मिला तो ग्रामीण झूम उठे।

By JagranEdited By: Published: Mon, 15 Apr 2019 07:55 AM (IST)Updated: Mon, 15 Apr 2019 07:55 AM (IST)
महिला शिक्षक की बदौलत स्कूल को मिला पुरस्कार
महिला शिक्षक की बदौलत स्कूल को मिला पुरस्कार

संवाद सहयोगी, इस्माईलाबाद : कस्बे की साठ साल पुरानी राजकीय कन्या प्राथमिक पाठशाला को गुणवत्ता युक्त शिक्षा का पहली बार पुरस्कार मिला तो ग्रामीण झूम उठे। पाठशाला पहली बार किसी पुरस्कार को पाने में कामयाब हुई है। यह पुरस्कार एक महिला शिक्षक की बदौलत हासिल हुआ है। नगरपालिका प्रधान संजीव अरोड़ा ने प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन का आभार जताया है।

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कस्बे के पुराना बाजार में स्थित राजकीय कन्या प्राथमिक पाठशाला आज तक केवल एक स्कूल की इमारत के रूप में पहचान तक ही सीमित थी। इसमें ग्रामीण उस समय ही आते रहे हैं जब जब चुनाव होता है। यह पाठशाला आजादी के बाद से ही पोलिग बूथ के रूप में प्रयोग होती आ रही है। मगर इस बार यह चुनाव से पहले खास बन गई है। इस पाठशाला को आठ सौ स्कूलों की दौड़ में स्मार्ट क्लास एवं ई लर्निंग का प्रथम पुरस्कार मिला है। इस पाठशाला में मुख्य शिक्षिका नीलम सांगवान ने पदभार ग्रहण करते ही ठान लिया था कि पाठशाला को नई पहचान दिलाकर रहेंगी। पाठशाला में छात्राओं के बैठने, पढ़ने, अनुशासन में बड़ा बदलाव लाया गया। पाठशाला में शिक्षा अंग्रेजी माध्यम स्कूल की तर्ज पर आरंभ करवाई गई। इसी के परिणाम स्वरूप पाठशाला साठ साल के इतिहास में पुरस्कार हासिल कर पाई। जिला अतिरिक्त उपायुक्त पार्थ गुप्ता, जिला शिक्षा अधिकारी अरूण आश्री, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सतनाम सिंह भट्टी, संयोजक विनोद सिगला व उप जिला शिक्षा अधिकारी बलजीत सिंह ने नीलम सांगवान को पुरस्कृत किया। सांगवान ने कहा कि आने वाले समय में पाठशाला अनेक पुरस्कार हासिल करेगी। नगरपालिका सचिव निशा शर्मा ने इसे बड़ी उपलब्धि करार दिया है। कई संस्थाओं ने पाठशाला के स्टाफ को बधाई दी।

एसडीएम ने भी सराहा था

हाल ही में एसडीएम निर्मल नागर भी पाठशाला पहुंचे थे। उन्होंने सफाई, पेयजल, शौचालय व दीवारों पर लिखे शिक्षाप्रद स्लोगनों को सराहा था। उन्होंने इसे एक सुंदर मंदिर तक करार दिया था।


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