Move to Jagran APP

सरस्वती सरोवर उपेक्षा का बन रहा शिकार

धर्मनगरी पिहोवा का विश्व प्रसिद्ध सरस्वती सरोवर उपेक्षा का शिकार है। कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड नगर पालिका प्रशासन के बावजूद सरोवर की सफाई का जिम्मा कोई नहीं उठाता दिख रहा। वैसे तो नगरपालिका ने सरोवर की सफाई के लिए चार कर्मचारियों की नियमित ड्यूटी भी लगाई है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 31 Oct 2019 08:51 AM (IST)Updated: Thu, 31 Oct 2019 08:51 AM (IST)
सरस्वती सरोवर उपेक्षा का बन रहा शिकार
सरस्वती सरोवर उपेक्षा का बन रहा शिकार

संवाद सहयोगी, पिहोवा: धर्मनगरी पिहोवा का विश्व प्रसिद्ध सरस्वती सरोवर उपेक्षा का शिकार है। कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड, नगर पालिका प्रशासन के बावजूद सरोवर की सफाई का जिम्मा कोई नहीं उठाता दिख रहा। वैसे तो नगरपालिका ने सरोवर की सफाई के लिए चार कर्मचारियों की नियमित ड्यूटी भी लगाई है, लेकिन हालात बता रहे हैं कि सरोवर में पिछले कई महीनों से कर्मचारियों ने झांक कर तक नहीं देखा। सरोवर के जल पर तैरती गंदगी और पानी से उठती दुर्गंध श्रद्धालुओं परेशान कर रही है। हमेशा गंदगी का लगा रहता है अंबार

loksabha election banner

तीर्थ पुरोहित विनोद पंचौली का कहना है कि सरस्वती तीर्थ पर हमेशा ही गंदगी का अंबार लगा रहता है। प्रशासन इसकी ओर कभी ध्यान नहीं देता। जब तक पानी में दुर्गंध नहीं हो जाती। तब तक कर्मचारी इसकी सफाई नहीं करते। यदि समय रहते सरोवर की सफाई होती रहे तो सरोवर का जल दूषित ही नहीं होता। सरोवर के तट पर ही लगे रहते हैं गंदगी के ढेर

सेवक रोशन लाल गर्ग का कहना है कि मां सरस्वती सरोवर के तट पर हमेशा ही गंदगी के ढेर लगे रहते हैं। कई-कई दिनों तक उसकी सफाई नहीं होती। तट पर पड़ी गंदगी ही सरोवर में चली जाती है। जिसे साफ नहीं किया जाता। इसलिए सरोवर के आस पास निरंतर साफ सफाई का प्रबंध होना चाहिए। प्रशासन ने जल्द ही सफाई का दिया है आश्वासन

पूर्वांचल छठ सेवा समिति के प्रधान विकल चौबे का कहना है कि 31 अक्टूबर से छठ मईया की पूजा आरंभ हो जाएगी और दो नवंबर को सरस्वती सरोवर में हजारों श्रद्धालु छठ पूजा के चलते सूर्य को अ‌र्घ्य देंगे। ऐसे में उन्होंने प्रशासन से बातचीत की है कि जल्द ही सरोवर को साफ किया जाए। प्रशासन द्वारा उन्हें आश्वासन दिया गया है कि वे तुरंत प्रभाव से सरोवर की सफाई कर उसमें निर्मल जल प्रवाह कर देंगे। उन्होंने कहा कि छठ पूजा एक बहुत ही बड़ा पर्व है, जिसमें हजारों श्रद्धालु अपनी आस्था के चलते सरोवर पर पहुंचते हैं। यदि ऐसे में सरोवर का जल शुद्ध न हो तो उनकी आस्था को ठेस पहुंचना वाजिब है। रोजाना चार कर्मचारी करते हैं सरोवर की सफाई

नगर पालिका प्रधान अशोक सिगला का कहना है कि सरोवर की सफाई के लिए नपा की तरफ से चार नियमित कर्मचारी लगाए हुए हैं, जोकि रोजाना सरोवर की सफाई करते हैं। उन्होंने कहा कि छठ पूजा को लेकर सरोवर का पानी साफ किया जा रहा है। पूजा से पहले सरोवर की पूरी तरह से सफाई कर दी जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.