वेब सीरीज में अपमानजनक तरीके से प्रस्तुति पर खफा हुआ धर्मनगरी का संत समाज
एक वेब सीरीज में भगवान शिव व महर्षि नारद के रूप की अपमानजनक तरीके से प्रस्तुति पर संत समाज खफा है। संत समाज ने ऐसे लोगों से सरकार को सख्ती से निपटने की हिदायत दी और कहा कि अगर सरकार ऐसे लोगों के खिलाफ कोई सख्ती नहीं दिखाती है तो धार्मिक संगठन खुद ऐसे लोगों के खिलाफ उचित कदम उठाएंगे।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : एक वेब सीरीज में भगवान शिव व महर्षि नारद के रूप की अपमानजनक तरीके से प्रस्तुति पर संत समाज खफा है। संत समाज ने ऐसे लोगों से सरकार को सख्ती से निपटने की हिदायत दी और कहा कि अगर सरकार ऐसे लोगों के खिलाफ कोई सख्ती नहीं दिखाती है तो धार्मिक संगठन खुद ऐसे लोगों के खिलाफ उचित कदम उठाएंगे। उन्होंने कहा कि मनोरंजन के और बहुत से साधन हैं मगर किसी की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाना निहायत ओछी हरकत है। मगर अब संत समाज इसे सहन नहीं करेगा। साध्वी ऋतंभरा के विरोध के बाद अब संत समाज भी उनके समर्थन में उतर गए हैं। सरकार सख्ती से निपटे नहीं तो संत खुद दिखाएगा ऐसे लोगों को रास्ता : बंसीपुरी महाराज
बंसीपुरी महाराज ने कहा कि सिर्फ हिदू धर्म के ही देवी देवताओं पर टीका टिप्पणी होती है। अन्य किसी धर्म पर इस तरह की टिप्पणी करने वालों को वे लोग अच्छा सबक सिखाते हैं। मगर हम सहिष्णु हैं और सहन कर जाते हैं। मगर अब संत समाज इस पर मंथन कर रहा है। किसी भी धर्म या देवी देवताओं के खिलाफ टीका-टिप्पणी करना गलत है। ऐसा करने वाले को सोचना चाहिए और सरकार को ऐसे लोगों से सख्ती से निपटना चाहिए। अगर सरकार ऐसे लोगों से सख्ती से नहीं निपटेगी तो संत समाज खुद ऐसे लोगों को सही रास्ता दिखाएगा। संत समाज के धैर्य के बांध को तोड़ रहे भगवानों पर टीका-टिप्पणी करने वाले लोग : महंत अनूप गिरी
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प्राचीन लक्ष्मी नारायण मंदिर के महंत अनूप गिरी महाराज ने कहा कि हमारी सहिष्णुता की वजह से बहुत बार हमें कायर समझा जाता है, जो उचित नहीं है। बार-बार देवी देवताओं के ऊपर टीका-टिप्पणी करने वाले लोग ऐसा करके संत समाज के धैर्य के बांध को तोड़ना चाहते हैं। ऐसा करने वाले लोगों पर अगर अभी अंकुश नहीं लगाया गया तो संत समाज ऐसे लोगों को अपने तरीके से सद्मार्ग दिखाएगा। हिदू धर्म और देवी-देवताओं के चित्रों या टिप्पणी से अपमान करने वाले लोगों के खिलाफ संत समाज एक जुट होकर काम करने जा रहा है।