प्रत्याशियों के नामों की घोषणा ना होने पर नहीं जम रही चुनावी रंगत
जागरण संवाददाता कुरुक्षेत्र बेशक देश भर में चुनावी माहौल गर्माने लगा हो लेकिन हरियाणा में फिलहाल राजनीतिक दलों की ओर से लोकसभा प्रत्याशियों की घोषणा नहीं होने से पार्टी कार्यालयों पर कोई खास चुनावी रंगत नहीं दिख रही है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :
बेशक देश भर में चुनावी माहौल गर्माने लगा हो, लेकिन हरियाणा में फिलहाल राजनीतिक दलों की ओर से लोकसभा प्रत्याशियों की घोषणा नहीं होने से पार्टी कार्यालयों पर कोई खास चुनावी रंगत नहीं दिख रही है। कुरुक्षेत्र में सभी पार्टियों के जिला कार्यालय शांत दिखाई दे रहे हैं। कई पार्टियों के कार्यालयों में दिन भर इक्का-दुक्का आदमी ही पहुंच रहे हैं। सेक्टर 13 में बने जिला कांग्रेस कार्यालय पर ताला लटका पड़ा है। कांग्रेस की ओर से पूर्व सांसद नवीन जिदल का नाम आगे चलने पर कांग्रेस के जिला कार्यालय की बजाय जिदल हाउस में कुछ हलचल दिखाई दे रही है। भाजपा कार्यालय पर भी पदाधिकारी अपनी ड्यूटी अनुसार काम निपटाने के लिए ही पहुंच रहे हैं। हालांकि भाजपा कार्यालय के एक कमरे में चुनावी सामग्री के बंडलों का ढेर लगा पड़ा है। कुछ इसी तरह के हालात अन्य पार्टियों के कार्यालय के भी हैं।
हरियाणा में 12 मई को लोकसभा चुनाव होने हैं। इस लिहाज से सभी पार्टियों पर अपनी चुनावी तैयारियों के लिए लगभग डेढ माह का समय पड़ा है। मतदान का समय दूर होने के चलते ही अभी तक किसी भी राजनीतिक दल ने कुरुक्षेत्र लोकसभा से अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। प्रत्याशी घोषित ना होने पर पार्टी कार्यालयों पर भी रौनक नहीं दिख रही है। सेक्टर 13 में बने भाजपा कार्यालय में दोपहर को युवा भाजपा से जुड़े पदाधिकारी अपना काम काज निपटाते दिखे। कार्यालय के एक कमरे में चुनावी सामग्री के बंडलों के ढेर लगे हैं। इन तैयार बंडलों को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रत्याशी की घोषणा होते ही चुनाव संबंधी सामग्री मुहैया करवा दी जाएगी। जबकि सेक्टर 13 में ही बने जिला कांग्रेस कार्यालय पर ताला जड़ा मिला। कांग्रेस की ओर से पूर्व सांसद नवीन जिदल को प्रत्याशी बनाए जाने की बात चल रही है। ऐसे में पूर्व सांसद के मोहन नगर स्थित निवास पर ही चुनावी हलचल दिखाई दे रही है और कर्मचारी पूर्व सांसद के दौरे की तैयारियों में जुटे हैं। इसी तरह केडीबी रोड पर बने इनेलो और जजपा के कार्यालयों में भी रविवार को इक्का-दुक्का लोग ही आते-जाते दिखे।