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शिकायत करने गए 11 पंचों के इस्तीफे मंजूर

गए थे नमाज पढ़ने उल्टे रोजे गले पड़ गए। यह कहावत खंड पिपली के गांव उमरी में 11 पंचों के साथ चरितार्थ हो गई है। दरअसल गांव के 11 पंचों ने डीसी को शिकायत देकर सरपंच के निलंबन की मांग की थी।

By JagranEdited By: Published: Thu, 22 Oct 2020 08:35 AM (IST)Updated: Thu, 22 Oct 2020 08:35 AM (IST)
शिकायत करने गए 11 पंचों के इस्तीफे मंजूर
शिकायत करने गए 11 पंचों के इस्तीफे मंजूर

संवाद सहयोगी, पिपली : गए थे नमाज पढ़ने, उल्टे रोजे गले पड़ गए। यह कहावत खंड पिपली के गांव उमरी में 11 पंचों के साथ चरितार्थ हो गई है। दरअसल गांव के 11 पंचों ने डीसी को शिकायत देकर सरपंच के निलंबन की मांग की थी। पंचों ने विकास कार्यों में भेदभाव करने व गड़बड़झाला करने के आरोप लगाते हुए अपने त्यागपत्र देकर प्रशासन पर दबाव बनाने की रणनीति बनाई थी, लेकिन यह रणनीति पंचों पर उल्टा भारी पड़ गई। अब विभाग की जांच के बाद 11 पंचों को अपने पदों से हाथ धोना पड़ गया।

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पंचायत विभाग की ओर से कराई गई जांच में सरपंच पर पंचों के लगाए आरोप सिद्ध नहीं हो पाए। जांच में सरपंच को निर्दोष साबित कर दिया। विभाग ने पंचों के इस्तीफे मंजूर करके उनको पदों से भारमुक्त कर दिया है। गांव के 11 पंचों ने सरपंच पर गांव में सही ढंग से विकास कार्य न करवाकर पंचों की अनदेखी करने का आरोप लगाया था। जिसके कारण ग्राम पंचायत उमरी का कोरम टूटने से पिछले तीन महीने से विकास कार्य ठप पड़े हुए थे। हालांकि पंचों की शिकायत मिलने के बाद जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी प्रताप सिंह एवं खण्ड विकास पंचायत अधिकारी पिपली साहब सिंह गांव में पहुंचे थे। दोनों अधिकारियों ने ग्राम पंचायत की मीटिग बुलाई गई और पंचों के बयान दर्ज किए गए थे, लेकिन मीटिग में उपस्थित अधिकतर पंचों ने अधिकारियों के सामने सरपंच पर आरोप लगाते हुए भविष्य में उनका साथ न देने की बात कही थी।

इन पंचों के त्यागपत्र हुए स्वीकृत

वार्ड-एक से सुमन, वार्ड-दो से रविद्र शर्मा, वार्ड-आठ से रजनीश कुमार, वार्ड-नौ से मंजू, वार्ड-11 से गुरविद्र कौर, वार्ड-12 से संदीप, वार्ड-15 से रूमा देवी, वार्ड-17 से सुमन, वार्ड-18 से सुनीता देवी, वार्ड-20 से रजनीश कुमार, सन्नी कुमार शामिल हैं। जिनके इस्तीफे हरियाणा पंचायती राज अधिनियम 1994 की धारा 5 के अंतर्गत तत्काल प्रभाव से स्वीकृत किए गए हैं।

सरपंच कृष्ण लाल के पुत्र अशोक कुमार उमरी ने बताया कि पंचों ने सरपंच पर उनके वार्डो में विकास कार्यों में अनदेखी के जो आरोप लगाए थे, वे आरोप निराधार निकले। पचों ने डीसी को सौंपी थी, शिकायत में सरपंच पर कोरम पूरा न होने पर विकास कार्य कराने के आरोप लगाए थे, जबकि इन सभी पंचों ने अलग-अलग तिथियों में बैठक की कार्रवाई में हस्ताक्षर किए थे।

सरपंच पर लगाए गए आरोप निकले निराधार : बीडीपीओ

बीडीपीओ साहब सिंह ने बताया कि निदेशक विकास एवं पंचायत विभाग हरियाणा के निर्देशानुसार 11 पंचों के इस्तीफे मंजूर किए गए हैं। अब ग्राम पंचायत उमरी में नौ पंच सरपंच के साथ मिलकर गांव में रुके विकास कार्यों को गति प्रदान करने का काम करेंगे।


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