गर्मी में पीने के पानी को तरसे गांव सुजरा के वासी
गर्मी के मौसम में बाबैन खंड के गांव सुजरा के वासी पीने के पानी के लिए तरस गए है। गांव में जन स्वास्थ्य विभाग के लगे एक मात्र टयूबवेल पिछले 10 दिनों से खराब पड़ा हुआ है। जिस कारण ग्रामीणों को किसानों के खेतों में लगे ट्यूब्वैलों से पीने का पानी भरकर लाने की काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।
संवाद सहयोगी, बाबैन : गर्मी के मौसम में बाबैन खंड के गांव सुजरा के वासी पीने के पानी के लिए तरस गए है। गांव में जन स्वास्थ्य विभाग के लगे एक मात्र ट्यूबवेल पिछले 10 दिनों से खराब पड़ा हुआ है। जिस कारण ग्रामीणों को किसानों के खेतों में लगे ट्यूबवेलों से पीने का पानी भरकर लाने की काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।
ग्रामीण निर्मला देवी, गुरमीत कौर, सत्या देवी, ममतेश, तोशी, मुखत्यारी, सृष्टि, सीमा देवी, गीता देवी, पवन कुमार, गुरदेव सिंह बताया कि पीने के पानी लेकर आने के लिए खेतों में जाना पड़ रहा है। इसके अलावा पशुओं के लिए भी पीने के पानी के लिए भी पानी भरकर लाना पड़ रहा है। इस दौरान ग्रामीणों ने जन स्वास्थ्य विभाग व सरकार के खिलाफ जमकर रोष व्यक्त करते हुए नारेबाजी की। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि जो सरकार गर्मी के मौसम लोगों को पीने का पानी ही उपलब्ध नहीं करा सकती तो उससे अन्य सुविधाओं की क्या उम्मीद की जा सकती है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि अगर विभाग ने पीने के पानी सुविधा नहीं दी तो वे लाडवा-शाहाबाद रोड को जाम करेंगे। जिसके लिए प्रशासन ही स्वयं जिम्मेदार होंगे।
गांव में पीने के पानी की समस्या को लेकर जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को लिखित रूप में कई बार अवगत कराया जा चुका है। लेकिन विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। गर्मी के मौसम में पीने की समस्या बढ़ती जा रही है।
गुरमेल सिंह, सरपंच, गांव सुजरा, बाबैन।
गांव में लगा ट्यूबवेल फेल हो चुका है और मैकेनिकल विभाग ने भी इसकी पुष्टि की है। गांव सुजरा में नया ट्यूबवेल लगाने के लिए उच्चाधिकारियों को एस्टीमेट भेजा गया है। जल्द ही गांव में नया ट्यूबवेल लगा दिया जाएगा।
विजय कुमार, जेई, जन स्वास्थ्य विभाग, बाबैन।