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कुवि प्रशासन से सीधी टक्कर लेने के लिए तैयार कुंटिया, किया प्रदर्शन

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय गैर शिक्षक कर्मचारी संघ एक बार विश्वविद्यालय प्रशासन के साथ सीटी टक्कर के लिए तैयार हो गया है। प्रशासन पर कर्मचारियों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए कर्मचारियों ने विरोध स्वरूप बुधवार को काली पट्टी लगाकर दिन भर कार्य किया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 02 May 2019 08:24 AM (IST)Updated: Thu, 02 May 2019 08:24 AM (IST)
कुवि प्रशासन से सीधी टक्कर लेने के लिए तैयार कुंटिया, किया प्रदर्शन
कुवि प्रशासन से सीधी टक्कर लेने के लिए तैयार कुंटिया, किया प्रदर्शन

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय गैर शिक्षक कर्मचारी संघ एक बार विश्वविद्यालय प्रशासन के साथ सीटी टक्कर के लिए तैयार हो गया है। प्रशासन पर कर्मचारियों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए कर्मचारियों ने विरोध स्वरूप बुधवार को काली पट्टी लगाकर दिन भर कार्य किया। इसके बाद कर्मचारियों ने शाम पांच बजे छुट्टी के बाद प्रशासन के खिलाफ एक घंटा प्रदर्शन किया। कुंटिया प्रधान सुनील कक्कड़ ने कहा कि कुवि प्रशासन पर कर्मचारियों को जानबूझकर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि जानबूझकर कर्मचारियों का वेतन और वीट लोन रिलीज नहीं किया गया।

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उन्होंने कहा कि कर्मचारियों को प्रशासन प्रताड़ित कर रहा है। कर्मचारियों की मांगों को पूरा करना तो दूर की बात है प्रशासन कर्मचारियों से बात तक नहीं कर रहा है। अलबत्ता कई कमेटियों से कुंटिया प्रधान को बाहर कर दिया गया। जिनमें सबसे प्रमुख हाउस अलाटमेंट कमेटी और कर्मचारी वेलफेयर फंड कमेटी है। कर्मचारी वेलफेयर कमेटी के फाउंडर मेंबर ही कर्मचारी और शिक्षक हैं। इस फंड में जितना भी पैसा है वो भी कर्मचारियों का ही है। जिस पर प्रशासन को कोई हक नहीं है। उन्होंने कहा कि कमेटी की बैठक में इस कर्मचारियों को सहायता देने की बजाए उनकी बेइज्जती की गई है।

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कड़ा फैसला ले सकती है कुंटिया

कुंटिया नेता ने बताया कि कुवि प्रशासन की बदले की भावना से कार्य करने की प्रवृति के कारण अब वेतन तक नहीं दिया गया। जबकि मजदूर दिवस पर तो कम से कम वेतन समय पर दिया जाना चाहिए था, लेकिन प्रशासन ने नहीं किया। उन्होंने कहा कि 25 अप्रैल को वीट लोन पास हो गए थे। जिनके चैक बनकर तैयार हैं, लेकिन अब तक नहीं दिए गए। जबकि मंडियों से गेहूं अब समाप्त हो चुका है। ऐसे कर्मचारी विरोधी प्रशासन के खिलाफ कुंटिया सख्त फैसला ले सकती है।


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