रानी रामपाल ने हरियाणा सरकार पर लगाया बड़ा आरोप, कहा- हॉकी खिलाडिय़ों से हो रहा है भेदभाव
भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल ने कहा है कि हॉकी खिलाडि़यों के साथ भेदभाव किया जा रहा है।
लाडवा (कुरुक्षेत्र), जेएनएन। भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान और ओलंपियन रानी रामपाल ने हरियाणा सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्हाेंने राज्य सरकार पर हॉकी खिलाडि़यों से भेदभाव किए जाने का अारोप लगाया है। रानी ने कहा कि राज्य सरकार ने पदक विजेता हॉकी खिलाडियों को न तो नकद पुरस्कार दिया गया है और न ही नौकरी दी जा रही है।
रानी रामपाल ने पत्रकाराें से बातचीत में कहा कि हरियाणा में साढ़े चार साल से हॉकी खिलाडियों से भेदभाव किया जा रहा है। खासकर महिला खिलाडियों की उपेक्षा की जा रही है। उन्होंने कहा कि साढ़े चार साल बाद भी हॉकी खिलाडिय़ों को पुरस्कार राशि नहीं दी है। कॉमनवेल्थ और एशियन खेलों की पुरस्कार राशि खिलाडिय़ों तक नहीं पहुंची है। उन्होंने कहा कि नौकरियों देने में भी भेदभाव किया जा रहा है।
रानी रामपाल ने कहा कि सिल्वर पदक लेने वाले प्रदेश के खिलाडिय़ों को ए श्रेणी की नौकरियां दी जा रही हैं, लेकिन हॉकी में सिल्वर पदक लाने वाले को इस श्रेणी में नहीं रखा जा रहा। उन्होंने कहा कि हॉकी खिलाड़ी भी देश के गौरव के लिए खेल के मैदान में जान तक लड़ा देते हैं, इसलिए उपेक्षा करना ठीक नहीं है। हॉकी खिलाडिय़ों की पुरस्कार राशि में भी कटौती की गई है।
बता दें कि इससे पहले कॉमनवेल्थ खेलों में पदक जीतने वाले खिलाडि़यों को पुरस्कार देने के मामले को लेकर भी विवाद हो गया था। इस पर राज्य सरकार आैर खिलाडि़यों के बीच विवाद हो गया था। खिलाडि़यों ने राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। बाद में मामला सुलझा और खिलाडियों को पुरस्कार दिया गया है।