बीपीआर कॉलेज कमेटी में वोट काटने पर रार, एडहॉक कमेटी से चुनाव कराने की मांग
भगवान परशुराम कॉलेज एजुकेशन सोसाइटी के त्रेवार्षिक चुनाव नजदीक आते ही वोटों का जिन्न एक बार फिर बाहर निकल आया है। दोनों गुट सदस्यों को लेकर आमने-सामने हैं। डीडी शर्मा की अगुवाई में सोसाइटी पर काबिज गुट 2257 वोटों को सही बता रहा है जबकि जिलेराम पिचौलिया की अगुवाई में गुट 1667 वोटों को संवेधानिक बता रहा है। दोनों पक्षों में 590 सदस्यों पर रार है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : भगवान परशुराम कॉलेज एजुकेशन सोसाइटी के त्रेवार्षिक चुनाव नजदीक आते ही वोटों का जिन्न एक बार फिर बाहर निकल आया है। दोनों गुट सदस्यों को लेकर आमने-सामने हैं। डीडी शर्मा की अगुवाई में सोसाइटी पर काबिज गुट 2257 वोटों को सही बता रहा है, जबकि जिलेराम पिचौलिया की अगुवाई में गुट 1667 वोटों को संवेधानिक बता रहा है। दोनों पक्षों में 590 सदस्यों पर रार है।
जिलेराम पिचौलिया ग्रुप ने एडहॉक कमेटी गठित कर चुनाव प्रक्रिया पूरी करने की मांग कर सामने आए हैं। 11 सदस्यीय कमेटी ने सोमवार को डीसी को अपना मांगपत्र सौंपा। जिलेराम पिचौलिया ने आरोप लगाया कि हाईकोर्ट से 1667 सदस्य सोसाइटी में संवेधानिक माने गए हैं। इन सदस्यों के आधार पर 2008 में चुनाव हुआ था और कमेटी 2011 तक चली थी। 2011 में राजनीतिक हस्तक्षेप बढ़ गया। 2014 में सोसाइटी पर प्रशासक लगा दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासक और अन्य लोगों ने मिलकर सदस्यों की संख्या 2257 कर दी। जबकि आम सभा की बैठक नहीं बुलाई गई। कुछ लोगों ने इन्हीं सदस्यों को आधार मानते हुए चुनाव करा दिया। इसका कार्यकाल भी खत्म हो गया है। अब फिर कुछ लोग सोसाइटी के संविधान को लांघने के प्रयास में हैं। ब्राह्मण सभा के प्रदेशाध्यक्ष पवन शर्मा ने कहा कि कुछ सदस्य सोसाइटी में मनमानी कर रहे हैं। वे इसको किसी भी स्तर पर सहन नहीं करेंगे। जिलेराम पिचौलिया की अध्यक्षता में 11 सदस्यीय कमेटी गठित की गई है।
आरोप निराधार चुनाव नियमानुसार अपनाई जा रही प्रक्रिया
सोसाइटी के महासचिव नारायण दत्त शर्मा ने बताया कि सोसाइटी में चुनाव नियमानुसार कराए गए थे। सभी सदस्यों की सहमति पर 2257 सदस्य आम चुनाव कराए गए हैं। 28 जून को सोसाइटी का कार्यकाल पूरा हुआ है। फर्म एंड रजिस्ट्रार सोसाइटी को चुनाव कराने हैं। इसमें एक विषय पर हाईकोर्ट से स्टे भी है। कुछ लोग खुद को चमकाने के लिए हर बार राजनीति करते हैं। प्राचार्य ल डा. योगेश्वर जोशी ने बताया कि सदस्यों का विषय प्रबंधन समिति के बीच है। उन पर प्रशासन के साथ मिलकर सदस्यों की संख्या बढ़ाने का आरोप निराधार है। वह समय आने पर उचित माध्यम से इसका जवाब देगा।