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सोशल मीडिया पर भ्रम का जाल, हमदर्दी जुटा कर रहे हलाल

फेसबुक प्रयोग करने वाले लोग जरा चौकस हो जाएं। इन दिनों एक गिरोह फेसबुक आइडी हैककर या फर्जी आइडी बनाकर भ्रमजाल का पर्दा डाल परिचित लोगों से रुपये मांग रहा है। यह गिरोह पिछले तीन माह से ज्यादा सक्रिय हो गया है। ये हैकर जिसका फेसबुक अकाउंट हैक करते हैं उसके पिता बेटे भाई या परिवार के दूसरे किसी सदस्य के बीमार या दुर्घटना होने के भावुक मैसेज डालते हैं और फिर पांच दस या 15 हजार रुपये मांगते हैं।

By JagranEdited By: Published: Thu, 02 Jul 2020 08:28 AM (IST)Updated: Thu, 02 Jul 2020 08:28 AM (IST)
सोशल मीडिया पर भ्रम का जाल, हमदर्दी जुटा कर रहे हलाल
सोशल मीडिया पर भ्रम का जाल, हमदर्दी जुटा कर रहे हलाल

विनीश गौड़, कुरुक्षेत्र : फेसबुक या दूसरे सोशल मीडिया के संसाधनों पर ठगबाजों ने ठगी का नया तरीका अपना लिया है।

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वे किसी की भी आइडी हैक कर या फर्जी आइडी बनाकर लोगों भ्रम में डालकर ठगी का शिकार कर रहे हैं। गिरोह ने धर्मनगरी में भी जाल फैला लिया है। गत एक महीने में 20 से 25 मामले सामने आ चुके हैं। अकेले मंगलवार रात को दो नए मामले सामने आए हैं। एक पीड़ित ने पुलिस की साइबर सेल में इसकी शिकायत दी है।

पांच हजार रुपये का चूना लगते-लगते बचा : विनोद कुमार

संगीत फोटो स्टूडियो के संचालक विनोद कुमार ने बताया कि मंगलवार रात आठ बजे उनका फेसबुक अकाउंट किसी ने हैक कर लिया। एक दूसरे फोटो स्टूडियो संचालक ने उसको फोन कर मामले की जानकारी दी। उसने अपनी आइडी खोली तो उनकी एक रिश्तेदार ने पांच हजार रुपये ट्रांसफर करने की बात भी कह दी थी, लेकिन तभी उन्होंने चैट पढ़ते ही उसे फोन करके मना किया और फेसबुक पर हैक होने की जानकारी दी। हैकर किसी को एमरजैंसी होने तो किसी को अस्पताल में दाखिल होने की बात कह रहा था।

साइबर सेल में कराई गई शिकायत : दीपक शर्मा

सेक्टर-7 निवासी दीपक शर्मा ने बताया कि उनके एक परिचित का फेसबुक अकाउंट मंगलवार को किसी ने हैक कर लिया था। उनसे 15 हजार रुपये की मांग की। उन्हें समझने में जरा भी समय नहीं लगा कि उनके मित्र की आइडी हैक हो गई है। उन्होंने तुरंत एक दूसरे मित्र से मोबाइल नंबर लेकर उसको सूचित किया। इसके बाद इसकी शिकायत साइबर सैल में कराई गई।

ऐसे करते हैं ठगी

गिरोह पिछले तीन माह से ज्यादा सक्रिय हो गया है। ये लोग फेसबुक अकाउंट हैक करते उसके पिता, बेटे, भाई या परिवार के दूसरे किसी सदस्य के बीमार या दुर्घटना होने के भावुक मैसेज डालते हैं और फिर पांच, दस या 15 हजार रुपये मांगते हैं। कई लोग इस गिरोह के जाल में फंसकर रुपये गंवा बैठते हैं, जबकि कई लोग जागरूकता की वजह से खुद तो बचते ही हैं साथ में दूसरों को भी बचा लेते हैं। ये लोग अकाउंट के परिजनों व दोस्तों से पर्सनल चैट कर शक भी नहीं होने देते। फिर अस्पताल में दाखिल होने तक की फोटो भेज देता है।

विशेषज्ञों का कहना इन बातों का रखें ध्यान

-ज्यादातर लोग अपने सोशल मीडिया अकाउंट का पासवर्ड बहुत आसान रखते हैं, जैसे मोबाइल नंबर, डेट ऑफ बर्थ या माता-पिता का नाम। विशेषज्ञ बताते हैं कि इस तरह के पासवर्ड को तोड़ना बहुत आसान होता है। इसलिए सोशल मीडिया का पासवर्ड थोड़ा मुश्किल देना चाहिए।

-अगर कोई आपकी फ्रेंड लिस्ट में पहले से जुड़ा है तो उसकी फोटो लगी आइडी से दोबारा कोई फ्रेंड रिक्वेस्ट आती है तो उसे पहले कंफर्म करें।

-स्टैप वेरीफाई सिस्टम को ऑन जरूर करें ताकि कहीं भी आपकी आइडी खोजी जाएं तो आपको तुरंत पता लग जाएं।

-सीधे फेसबुक पर खुलने वाले किसी भी लिक को ऑपन न करें। इससे सोशल मीडिया अकाउंट का डाटा चोरी हो सकता है। हर माह 20 से 25 ऐसी शिकायतें आ रही : सुभाष कुमार

साइबर क्राइम शाखा के प्रभारी निरीक्षक सुभाष कुमार और असिस्टेंट कर्मबीर ने बताया कि हर माह 20 से 25 ऐसी शिकायतें आ रही हैं। इन शिकायतों में फेक फेसबुक आइडी, पासवर्ड तोड़ना और फिर पैसे मांगने जैसी शिकायतें होती हैं। काफी शिकायतों का मौके पर ही समाधान हो जाता है। पुलिस अधीक्षक आस्था मोदी के आदेश पर इस बारे में लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है।


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