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जेल में बंद बंदियों ने लगाया जेल प्रशासन पर आरोप

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : जिला जेल में बंद दो बंदियों ने जेल प्रशासन पर पैसे मांगने, मारपीट

By JagranEdited By: Published: Tue, 16 Jan 2018 10:30 PM (IST)Updated: Tue, 16 Jan 2018 10:30 PM (IST)
जेल में बंद बंदियों ने लगाया जेल प्रशासन पर आरोप
जेल में बंद बंदियों ने लगाया जेल प्रशासन पर आरोप

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : जिला जेल में बंद दो बंदियों ने जेल प्रशासन पर पैसे मांगने, मारपीट करने व झूठे मामले में फंसाने का आरोप लगाया है। बंदियों ने आरोप लगाया है कि जेल कर्मियों ने जेल में आत्महत्या करने वाले गांव दबखेड़ी के संजू यादव को भी मानिसक व शारीरिक रूप से परेशान किया, जिसके चलते उसने आत्महत्या की। दोनों बंदियों का कहना है कि मामले में आवाज उठाने पर जेल प्रशासन ने उन्हें यातनाएं देते हैं। दोनों बंदियों ने अदालत में ब्यान भी दर्ज कराए गए।

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जिला जेल में बंद हिसार के हांसी निवासी सुरेंद्र ¨सह ने आरोप लगाया कि तीन जनवरी को गांव दबखेडी के संजू यादव ने जेल प्रशासन की प्रताड़ना व मारपीट से तंग होकर आत्महत्या कर ली। जेल प्रशासन ने संजू को आत्महत्या के लिए मजबूर कर दिया। बंदी ने आरोप लगाया कि वह इस संबंध में मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान दर्ज कराने को तैयार हुआ था। जेल में बंद एक अन्य बंदी शमशेर ¨सह के भाई राममेहर ने आरोप लगाए की उसके भाई शमशेर को भी जेल में प्रताड़ित किया जा रहा है। शमशेर को कोयलों से पीठ पर दागा गया है। परिजनों का आरोप है कि इस बारे में कहने पर जेल प्रशासन ने उनके पास से मोबाइल मिलने का मामला दर्ज करा दिया।सुरेंद्र के भाई कुलदीप ने बताया कि सुरेंद्र ने जेल के अंदर एसटीडी से उन्हें फोन कर जानकारी दी थी। सुरेंद्र ने बताया था कि जेल प्रशासन उनसे पैसे की मांग कर रहा है मांग पूरी न होने पर उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। जेल कर्मियों ने धमकी दी कि अगर पैसे नहीं मंगवाए तो उन्हें मोबाइल रखने के मामले में फंसा देंगे। बंदी सुरेंद्र के भाई कुलदीप ने बताया कि सुरेंद्र के साथ हुई बातचीत की रिकॉर्डिग भी उसके पास है।

आरोप बेबुनियाद, बंदियों से मिले थे मोबाइल : जेल अधीक्षक

जेल अधीक्षक डॉ. संजय ¨सह ने बताया कि दोनों बंदियों के आरोप बेबुनियाद हैं। दोनों बंदी काफी शातिर हैं। उनके पास से मोबाइल बरामद हुआ था। दोनों कई जेलों से ट्रांसफर होकर यहां आए हैं। दूसरी जेलों में भी उन्होंने अधिकारियों पर दबाव बनाने के लिए ऐसा किया है। जेल अधिकारियों व कर्मचारियों की मुस्तैदी के कारण पिछले दिनों से जेल में कोई भी बाहरी वस्तु अंदर नहीं जा रही है। जिसके चलते आरोप लगाए जा रहे हैं।


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