ढाबों पर सिक रही चुनावी रोटियां
हाईवे के किनारे स्थित ढाबों पर चर्चाओं के तवे पर चुनावी रोटियां सिक रही हैं। इन ढाबों पर देश-प्रदेश से पर्यटक रुकते हैं। ऐसे में राजनीति का असली जायका इन्हीं ढाबों पर चखा जा सकता है। इसी जायके का टेस्ट लेने के लिए दैनिक जागरण टीम कुरुक्षेत्र से 10 किलोमीटर दूर पिपली और करनाल के बीच स्थित पप्पू ढाबे पर रुकी।
विनीश गौड़, कुरुक्षेत्र: हाईवे के किनारे स्थित ढाबों पर चर्चाओं के तवे पर चुनावी रोटियां सिक रही हैं। इन ढाबों पर देश-प्रदेश से पर्यटक रुकते हैं। ऐसे में राजनीति का असली जायका इन्हीं ढाबों पर चखा जा सकता है। इसी जायके का टेस्ट लेने के लिए दैनिक जागरण टीम कुरुक्षेत्र से 10 किलोमीटर दूर पिपली और करनाल के बीच स्थित पप्पू ढाबे पर रुकी। ढाबा पर चाय का ऑर्डर दिया और बैठ गए। साथ वाली टेबल पर बैठे कुछ लोग चुनावी चर्चा में मशगूल थे। किसी ने कहा कि भाजपा का आना तय है तो किसी ने कांग्रेस को जिताने का दावा किया। गैस पर रखी चाय जैसे-जैसे अपना रंग छोड़ रही थी वैसे-वैसे राजनीतिक उबाल भी यहां बैठे लोगों में आने लगा।
किशनपुरा के राकेश कुमार ने कहा कि प्याज, टमाटर के दाम बढ़ना कोई मुद्दा नहीं है। विपक्ष के पास सरकार को घेरने का कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए प्याज और टमाटर के दाम बढ़ने के मुद्दे को उछाला जा रहा है। यह सामान्य बात है। साल में इनके दाम एक बार बढ़ते ही हैं। इसमें राजनीतिक फैक्टर नहीं बल्कि फसल चक्र प्रभाव डालता है। इतने में इंद्री के सतबीर बोले कि सरकार ने नौकरियां तो दी, लेकिन युवा अभी भी बेरोजगार घूम रहे हैं, जो काम की तलाश में दर-दर भटक रहे हैं। उमरी के वेदपाल ने कहा कि राजनीति में उनकी ज्यादा रुचि तो नहीं है लेकिन एक आम व्यक्ति को रोजगार चाहिए और सरकार कोई भी आए रोजगार के अवसर खुलने चाहिए। ढाबा संचालक ललित कुमार भी इतने में अपनी बात बोले और कहा कि अनुच्छेद 370 को हटाया जाना देश के लिए ऐतिहासिक फैसला है। राष्ट्र की एकता के लिए यह बेहद जरूरी है। हालांकि इसकी वजह से हाईवे के किनारे स्थित ढाबों और दुकानों के काम पर असर जरूर पड़ा है। मगर कुछ दिन बाद यह स्थिति धीरे-धीरे सामान्य होने लगी है। पर्यटकों का रुझान फिर से पहाड़ी क्षेत्र की ओर बढ़ना शुरू हो गया है। इतने में सुखबीर ने कहा कि प्रदेश का विकास करने के लिए एक अच्छी सरकार चाहिए और जरूरी है कि विधानसभा में अच्छे विधायक चुनकर भेजे जाएं, जो अपना, अपने घर का विकास नहीं बल्कि प्रदेश के विकास के बारे में सोचें और काम करें।