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पुलिस और साधन हुए फेल, सात दिन बाद मिला गुरमीत का शव

दयालपुर गांव के डेरा बाजीगर के 10 साल के छात्र गुरमीत की तलाश में पुलिस और उसके साधन फेल हो गए। सात दिन बाद गुरमीत का शव नरवाना ब्रांच नहर में ऊपर आया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 10 Feb 2020 09:10 AM (IST)Updated: Mon, 10 Feb 2020 09:10 AM (IST)
पुलिस और साधन हुए फेल, सात दिन बाद मिला गुरमीत का शव
पुलिस और साधन हुए फेल, सात दिन बाद मिला गुरमीत का शव

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : दयालपुर गांव के डेरा बाजीगर के 10 साल के छात्र गुरमीत की तलाश में पुलिस और उसके साधन फेल हो गए। सात दिन बाद गुरमीत का शव नरवाना ब्रांच नहर में ऊपर आया। नहर पर पहरा दे रहे परिजनों ने शनिवार को किरमच से कुछ आगे एक शव को नहर में बहता देखा था। शव पर स्कूल ड्रेस थी। इस बारे में तुरंत पुलिस को सूचना दी गई, पुलिस ने गोताखोर प्रगट सिंह को मौके पर बुलाया। नहर का बहाव तेज होने से शव बुढ़ेड़ा हेड तक पहुंच गया। वहां गोताखोर प्रगट सिंह ने शव को नहर से बाहर निकाला। शव की शिनाख्त सोमनाथ और दादा देवी दयाल ने गुरमीत के रूप में की। इस मौके पर सीन ऑफ क्राइम टीम ने नमूने लिए। करनाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भेज दिया है।

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आरोपित को नहीं कर सकते माफ

नहर से बरामद अपने लाडले के शव को देखकर पिता सोमनाथ और दादा देवी दयाल गम में डूब गए। गुरमीत के दादा का गुस्सा तो सातवें आसमान पर दिखा। जब उसने पुलिस को आरोपित को उन्हें सौंपने की बात कही। दादा का कहना था कि कानून आरोपित को कुछ वर्ष की सजा देगा और कुछ वर्ष बाद रिहा कर देगा। आरोपित ने उन्हें ऐसा जख्म दिया है जो जिदगी भर दुखी करेगा।

युवती के साथ प्रेम प्रसंग के चलते आरोपित ने किया गुरमीत का अपहरण

पुलिस की जांच में सामने आया था कि आरोपित अक्षय का एक युवती के साथ प्रेम प्रसंग था। अक्षय वेटर का काम करता था। उसका गांव में दूर की रिश्तेदारी में आना-जाना था। युवती के साथ प्रेम प्रसंग को छात्र गुरमीत ने देख लिया था। इसी डर के चलते कि कहीं गुरमीत उसका युवती के साथ चल रहे प्रेम प्रसंग का भंडा न फोड़ दे, आरोपित ने योजना बनाकर गुरमीत को ठिकाने लगाने के लिए उसका अपहरण किया और नहर में फेंक दिया था।

करनाल तक पुलिस ने नहर में चलाया गुरमीत को ढूंढ़ने का सर्च अभियान

थर्ड गेट पुलिस चौकी प्रभारी कुलदीप सिंह ने बताया कि पुलिस ने बच्चे का नहर से सुराग लगाने के लिए ज्योतिसर से करनाल के मूनक तक नहर में सर्च अभियान चलाया। आरोपित ने पहले दिन बच्चे को एसवाईएल नहर में फेंकने की बात कही थी, अगले दिन उसने अपने बयान को पलट दिया था और कहा था कि उसने बच्चे को नरवाना ब्रांच नहर में फेंका है।

मामले में जुड़ेगी 302 की धारा

पुलिस ने आरोपित का पुलिस रिमांड समाप्त होने पर उसे अदालत में पेश किया था। अदालत से उसे दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है। रिमांड के दौरान उसने मफरल बरामद करना है। यह मफरल उसने अपहरण के समय अपने मुंह पर लपेटा हुआ था। आरोपित के खिलाफ पहले अपहरण का मामला दर्ज किया गया था। अब बच्चे का शव नहर से बरामद होने के बाद आरोपित के खिलाफ धारा 302 जोड़ दी गई है।

--थर्ड गेट पुलिस चौकी प्रभारी कुलदीप सिंह।


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