गोल्डन कार्ड बनवाने में लोगों का छूटा पसीना
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : आयुष्मान भारत कार्ड बनवाने के लिए लोगों को पसीना बहाना पड़ रहा है। डेंगू मलेरिया के कारण पहले से लोकनायक जयप्रकाश नागरिक अस्पताल मरीजों से खचाखच भरा है। ऊपर से अस्पताल में गोल्डन कार्ड बनवाने के लिए लॉबी में लोग दिन रात कतारों में लगकर अपना कार्ड बनवाने की जद्दोजहद कर रहे हैं।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : आयुष्मान भारत कार्ड बनवाने के लिए लोगों को पसीना बहाना पड़ रहा है। डेंगू मलेरिया के कारण पहले से लोकनायक जयप्रकाश नागरिक अस्पताल मरीजों से खचाखच भरा है। ऊपर से अस्पताल में गोल्डन कार्ड बनवाने के लिए लॉबी में लोग दिन रात कतारों में लगकर अपना कार्ड बनवाने की जद्दोजहद कर रहे हैं। मरीजों के लिए भी लोगों की यह कतार बाधा बन रही है। केंद्र में तैनात एक ही कंप्यूटर खिड़की के भरोसे लोगों की भीड़ छोड़ दी गई है। कोई सुबह से कतार में लगा हुआ है तो कोई कुछ घंटे पहले आया है। हालांकि आयुष्मान भारत केंद्र व्यवस्था बनाने का पूरा प्रयास कर रहा है। केंद्र कर्मचारी के मुताबिक आयुष्मान मित्र निजी अस्पतालों में भी कार्ड बना रहे हैं और कॉमन सर्विस सेंटर पर भी इसे आसानी से बनवाया जा सकता है। जागरूकता के अभाव में लोग दिन रात केंद्र के बाहर खड़े हैं। अपने घर के नजदीक कॉमन सर्विस सेंटर पर भी लोग इसे बनवा सकते हैं। एक ही खिड़की पर उमड़ रही भीड़
रावगढ़ निवासी सर्बती ने बताया कि सुबह से गोल्डन कार्ड बनवाने के लिए कतार में खड़ी हैं। खिड़की पर एक ही कंप्यूटर है। जब से वह आकर खड़ी हुई हैं तभी से कर्मचारी काम कर रहे हैं। मगर सरकार को इन कर्मचारियों और कंप्यूटर की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए। लोगों को गोल्डन कार्ड बनवाने के लिए काफी देर तक इंतजार करना पड़ता है। गांव में ही बन सकते हैं गोल्डन कार्ड, नहीं थी जानकारी
शीलो देवी ने कहा कि कार्ड बनवाने की व्यवस्था निजी अस्पतालों और कॉमन सर्विस सेंटर में भी है इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। अगर प्रत्येक गांव सर्विस सेंटर पर यह बनवाया जा सकता है तो उन्हें इतनी दूर आने की जरूरत ही नहीं पड़ती। इसकी जानकारी लोगों तक पहुंचानी चाहिए ताकि लोग गोल्डन कार्ड बनवाने के लिए शहर तक न भटकना पड़े। दो घंटे से कतार में
शानाराम ने बताया कि पिछले दो घंटे से कतार में लगा है, लेकिन अभी पता नहीं कब तक नंबर आएगा। प्रशासन को कर्मचारियों की संख्या बढ़ा देनी चाहिए। इससे लोगों को भी सहूलियत होगी और कर्मचारियों को भी परेशानी से जूझना नहीं पड़ेगा। दिन रात इस केंद्र से कार्ड बन रहे हैं, यह अच्छी बात है, लेकिन ज्यादातर लोगों को इसके बारे में नहीं पता।