सेक्टर-तीन के लोगों ने एचएसवीपी अधिकारियों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कराने को लिखा पत्र
सेक्टर तीन में पीलिया के चलते अब तक तीन मौते हुई हैं। लोगों ने एचएसवीपी अधिकारियों को इसके लिए जिम्मेदार बताया है और हत्या का केस दर्ज करने की मांग की है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : सेक्टर तीन में पीलिया से ग्रस्त एक और व्यक्ति की मौत के बाद गुस्साए लोग सोमवार को डीसी कार्यालय पर धरना देने के लिए सामुदायिक केंद्र में एकत्रित हो गए। मगर डीसी के खुद सेक्टर में आने के आश्वासन के बाद सेक्टरवासी वहीं बैठ गए। इसी बीच कांग्रेस के नेता अशोक अरोड़ा भी मौके पर पहुंच गए और उन्होंने इस सारे मामले पर सरकार से कड़ा संज्ञान लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि लोग मर रहे हैं। ऐसे में प्रशासन को लोगों को बचाने के लिए कदम उठाना चाहिए। उन्होंने इस पूरे मामले में लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।
गुस्साए लोगों ने सेक्टर वेलफेयर एसोसिएशन और वार्ड 10 पार्षद के साथ मिलकर एक शिकायत पत्र डीसी के नाम लिखकर लापरवाह एचएसवीपी के पांच कर्मचारी व अधिकारियों पर हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की। देर शाम डीसी धीरेंद्र खड़गटा प्रशासनिक अमले के साथ मौके पर पहुंचे और एचएसवीपी अधिकारियों को लताड़ा। साथ ही इस मामले में डीसी ने एक जांच कमेटी गठित करके एचएसवीपी, जनस्वास्थ्य विभाग और स्वास्थ्य विभाग से जवाब मांगा है। स्वास्थ्य विभाग ने 290 लोगों के लिए सैंपल
सेक्टर तीन में पीलिया से लोग डरे हुए हैं। सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की अस्थायी ओपीडी में 170 मरीजों ने जांच कराई, जबकि विभाग ने ओपीडी समेत घर-घर जाकर 290 लोगों के सैंपल लिए हैं। अब तक विभाग 75 पीलिया के मरीजों के मिलने की पुष्टि कर चुका है। मगर लीकेज ढूंढने में अब तक एचएसवीपी अधिकारी और कर्मचारी बहुत ढीले चल रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने अब तक एचएसवीपी के अधिकारियों को 15 लीकेज ढूंढकर बताई हैं। मगर अब भी लीकेज मिल रही हैं।
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जागरण प्रभाव
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विधायक ने दिए दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश
-एसडीएम को नियुक्त किया नोडल अधिकारी, उपायुक्त ने ली अधिकारियों की बैठक
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :
दूषित पेयजल के कारण सेक्टर तीन में फैले पीलिया के मामले में सरकार अब जागी है। दैनिक जागरण ने लगातार आठ दिन तक पीलिया ने पैर पसारे, रोकेगा कौन, मुद्दा बनाकर सेक्टर वासियों की समस्याओं को उठाया। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के अधिकारियों की लापरवाही पर विधायक सुभाष सुधा प्रशासन को जांच के आदेश दिए हैं। डीसी धीरेंद्र खड़गटा ने इस मामले में सोमवार को अधिकारियों की बैठक ली और जांच के लिए कमेटी गठित की। एसडीएम अश्वनी मलिक को कमेटी का नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
विधायक सुभाष सुधा ने सोमवार को दूरभाष पर बातचीत करते हुए सेक्टर तीन में लोगों की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि यह दुखद घटना है कि पीलिया की वजह से मौत हुई। इसलिए इस मामले में दोषी लोगों का पता लगाया जाएगा। उन्होंने डीसी धीरेंद्र खड़गटा से इस पूरे मामले की जानकारी ली और कमेटी गठित करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि शीघ्र से शीघ्र जांच रिपोर्ट मांगी गई है ताकि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके। कमेटी के सदस्य मौके पर जाएं और लोगों से बातचीत कर उनकी समस्या जाने और उनका समाधान करें। यह कमेटी गंदे पानी आने की तह तक जाएं और उसका निदान करें। विधायक ने कहा कि लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ सहन नहीं किया जाएगा, लोगों को मूलभूत सुविधाएं देना प्रशासन का प्रथम कर्तव्य है, इसलिए इस कार्य को अधिकारी गंभीरता से लें। इसके साथ ही जनस्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियंता और एचएसवीपी अधिकारियों को पानी की लीकेज का शीघ्र पता लगाने का आदेश दिए हैं।