लाइफ साइंस व फार्मास्यूटिकल साइंस के विद्यार्थियों के लिए विशेष व्याख्यान का आयोजन
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के इनक्यूबेशन सेंटर की ओर से लाइफ साइंस व फार्मास्यूटिकल साइंस के विद्यार्थियों के लिए विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। इसमें मोटिवेशनल स्पीकर पूर्व आइएएस विवेक आत्रेय मुख्य वक्ता के रूप में मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डीन लाइफ साइंस प्रो.रजनीश शर्मा ने की।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र: कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के इनक्यूबेशन सेंटर की ओर से लाइफ साइंस व फार्मास्यूटिकल साइंस के विद्यार्थियों के लिए विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। इसमें मोटिवेशनल स्पीकर पूर्व आइएएस विवेक आत्रेय मुख्य वक्ता के रूप में मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डीन लाइफ साइंस प्रो.रजनीश शर्मा ने की।
आत्रेय ने कहा कि जीवन में दूसरों से अलग बनने के लिए कुछ अलग करना भी जरूरी है। जब तक नया नहीं सोचेंगे तब तक नया नहीं कर पाएंगे। भीड़ का हिस्सा बनने की बजाय अकेले बैठकर अपने बारे में व अपने आसपास हो रही गतिविधियों के बारे में कुछ सोचेंगे तभी नया लिख सकेंगे। मोबाइल फोन का कम से प्रयोग करें। शोध व अनुसंधान के लिए शांत चित्त होना जरूरी है। नई खोज व अनुसंधान ऐसे लोग ही कर पाते हैं जो धैर्य के साथ नया सोचते हैं व नया करने को ही अपने जीवन का लक्ष्य बनाते हैं। इस मौके पर उन्होंने विद्यार्थियों को जीवन में कामयाबी के लिए कुछ टिप्स भी दिए।
प्रो. रजनीश शर्मा ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य विश्वविद्यालय में नई सोच व नए विचारों को बढ़ावा देना है ताकि हमारे विद्यार्थी उद्यमशील बनकर अपने लिए व दूसरों के लिए भी रोजगार स्थापित करें। उन्होंने कहा कि इस तरह की गतिविधियां विद्यार्थियों के लिए बेहद ही जरूरी है। केंद्र की संयोजिका प्रो.अनुरेखा शर्मा ने इस केंद्र की भविष्य की योजनाओं व गतिविधियों के बारे में प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि हमारे विद्यार्थी रचनात्मक बनें व नए कौशल हासिल करें। उद्यमशील बनें, उसी उद्देश्य को ध्यान में इस केंद्र की स्थापना की गई है। इस अवसर पर प्रो. अनिता यादव सहित शिक्षक व विद्यार्थी मौजूद थे।