Move to Jagran APP

छह महीने बाद खुले स्कूल, पहले दिन परामर्श लेने पहुंचे 15 फीसद बच्चे

कुरुक्षेत्र। कोरोना के लॉकडाउन और अनलॉक के 182 दिन बाद सोमवार को विद्यार्थियों के परामर्श के लिए स्कूल खुले। पहले दिन जिले के स्कूलों में 15 फीसदी विद्यार्थी पहुंचे।

By JagranEdited By: Published: Tue, 22 Sep 2020 07:10 AM (IST)Updated: Tue, 22 Sep 2020 07:10 AM (IST)
छह महीने बाद खुले स्कूल, पहले दिन परामर्श लेने पहुंचे 15 फीसद बच्चे
छह महीने बाद खुले स्कूल, पहले दिन परामर्श लेने पहुंचे 15 फीसद बच्चे

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कोरोना के लॉकडाउन और अनलॉक के 182 दिन बाद सोमवार को विद्यार्थियों के परामर्श के लिए स्कूल खुले। पहले दिन जिले के स्कूलों में 15 फीसदी विद्यार्थी पहुंचे। उन्होंने अपने अध्यापकों का परामर्श लिया। कई विद्यार्थियों ने तो ऑनलाइन क्लास में डाउट बैंक लेकर पहुंचे थे। टीचर ने उनको सामने बैठाकर डाउट क्लीयर किए। स्कूलों में विद्यार्थियों व स्टाफ के लिए सैनिटाइजर की व्यवस्था रही। यही नहीं सरकारी स्कूलों टेंपरेचर गन से सभी के शरीर का तापमान मापा गया। इसके बाद ही उनको अंदर जाने दिया गया। विद्यार्थियों के पास अपने अभिभावकों के सहमति पत्र थे।

loksabha election banner

जिले के राजकीय स्कूल सोमवार सुबह आठ बजे खुल गए। इसमें विद्यार्थियों के परामर्श लेने के लिए सुबह 9 बजे से लेकर 12 बजे तक का समय निर्धारित किया गया था। विद्यार्थी स्कूल ड्रेस में तय समय अपने डाउट्स लेकर स्कूलों में पहुंचने लगे।स्कूल के मुख्य गेट पर सैनिटाइजर से हाथ सैनिटाइज कराया और टेंप्रेचर गन से तापमान मापा गया। इसके बाद उनको क्लास रूम में जाने दिया गया। यहां क्लास टीचर ने उनका हौसला बढ़ाया और डाउट दूर किए।

डीईओ ने निरीक्षण कर जांचे उपाय

डीईओ अरुण आश्री व डिप्टी डीईओ विनोद कौशिक ने सोमवार को स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। डीईओ ने स्वयं सभी तैयारियों व सुरक्षा उपायों का जायजा लिया और विद्यार्थियों से व्यक्तिगत तौर पर बातचीत की। अध्यापकों को भी इस संबंध में मार्गदर्शन किया।विद्यार्थियों ने जानिये क्या कहा :- ऑनलाइन पढ़ाई में पूरा नहीं आता समझ

राजकीय कन्या विद्यालय थानेसर में कॉमर्स की छात्रा अर्पणा ने बताया कि ऑनलाइन पढ़ाई में हर बात पूरी तरह से समझ में नहीं आ पाती। उसने उसी दौरान कापी पर डाउट्स लिखने शुरू कर दिए थे। अब उन्हें स्कूल आने का मौका मिला है तो वे आज सारे डाउट्स क्लीयर करने पहुंची है। उसको किसी तरह की परेशानी नहीं आई। स्कूल खुलने से हुई खुशी

राजकीय कन्या विद्यालय थानेसर की नॉन-मेडिकल की छात्रा सिमरन कौर ने बताया कि उसे स्कूल खुलने से बहुत खुशी है। क्योंकि ऑनलाइन पढ़ाई इतनी समझ में नहीं आती है, जितनी की क्लास रूम में अध्यापक फेस-टू-फेस पढ़ाई करवाते है। स्कूल में आकर अध्यापकों से डाउट्स क्लीयर किए हैं। स्कूल में सैनिटाइजर की व्यवस्था

राजकीय कन्या विद्यालय थानेसर की प्रिसिपल रमा शर्मा ने बताया कि स्कूल खुलने से एक दिन पहले ही स्कूल में सैनिटाइजेशन करवा दिया गया था। वहीं विद्यार्थियों के साथ-साथ स्टाफ का भी तापमान चैक किया गया और मुख्य गेट पर ही ऑटोमेटिक सैनिटाइजर मशीन लगाई गई है। जिसका उपयोग करने के बाद ही स्टाफ व विद्यार्थियों को एंट्री दी गई।

वर्जन :

लॉकडाउन के बाद से सोमवार को पहले दिन कोविड-19 की तैयारियों के साथ स्कूल खुले हैं। पहला दिन होने के कारण 15 फीसद बच्चे स्कूल पहुंचे हैं। अगले कई दिनों में बच्चों की संख्या बढ़ने का अनुमान है। बच्चों को अपने अभिभावकों का सहमति पत्र लाना जरूरी होगा।

अरुण आश्री, जिला शिक्षा अधिकारी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.